पटना (ब्यूरो)। दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 'बिहार बिजनेस कनेक्ट-2023' गुरुवार को संपन्न हो गया। बिहार बिजनेस कनेक्ट के दो दिनों के दौरान 300 कंपनियों ने बिहार में 50 हजार 530.41 करोड़ रुपए के निवेश को ले एमओयू (समझौता पत्र) पर हस्ताक्षर किए। सबसे अधिक 124 कंपनियों ने खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में रुचि ली है। ख्राद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में 14,564.11 करोड़ रुपए का निवेश होगा। वहीं, राशि के हिसाब से 99 कंपनियों द्वारा 31,394.14 करोड़ रुपए का सर्वाधिक निवेश जनरल मैन्युफैक्चङ्क्षरग क्षेत्र में किए जाने को ले एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। अदाणी समूह के निदेशक प्रणव अदाणी ने बिहार में अलग-अलग सेक्टर में 8700 करोड़ रुपए निवेश की घोषणा की। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दूसरे दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगभग दो घंटे तक उद्यमियों के बीच मौजूद रहे। उद्यमियों के साथ अलग से बैठक भी की। उद्यमियों को उन्होंने हरसंभव मदद का भरोसा दिया।

मंच से उतरकर उद्यमियों से मिले मुख्यमंत्री

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंच से उतरकर दर्शक दीर्घा में बैठे उद्यमियों के बीच गए। हाथ जोड़कर उनका अभिवादन किया। उनके साथ वित्त मंत्री विजय चौधरी, उद्योग मंत्री समीर महासेठ, जल संसाधन मंत्री संजय झा, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी और उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव संदीप पौंड्रिक भी थे। सत्र आरंभ होने के पहले उन्होंने कुछ उद्यमियों के साथ बैठक भी की। उन्होंने ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट को केंद्र में रखकर बनाए गए काफी टेबल बुक और लाजिस्टिक पालिसी की पुस्तिका का लोकार्पण किया और उद्यमियों को शाल और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।

स्पेशल इकोनामिक जोन में शामिल होने से बिहार को होगा फायदा

उद्याग मंत्री समीर महासेठ ने इस अवसर पर कहा कि बिहार को स्पेशल इकोनामिक जोन में शामिल कर लिया जाए तो बिहार का आर्थिक विकास और बढ़ जाएगा। बिहार देश का सबसे युवा राज्य है। यहां की 53 फीसद आबादी 35 साल से कम उम्र की है। बिजली, पानी और सड़क के मामले में बिहार ने बहुत तेजी से तरक्की की है। इस वजह से बिहार निवेश के लिए आदर्श डेस्टिनेशन है। राज्य के 12 विभाग समन्वय बनाकर उद्यमियों का सहयोग कर रहे हैं। राज्य में उद्योग के लिए पहले से तीन हजार एकड़ जमीन उपलब्ध है। सरकार ने इसके अतिरिक्त 3000 एकड़ और जमीन की व्यवस्था कर लैंड बनाने की योजना के बारे में सभी जिलाधिकारियों को लिखा है।

1. जनरल मैन्युफैक्चङ्क्षरग, 99 कंपनी और निवेश 31, 394.14 करोड़
2. खाद्य प्रसंस्करण, 124 कंपनी और निवेश 14,564.11 करोड़
3. सेवा क्षेत्र में 30 कंपनी और निवेश 3,179.81 करोड़
4.आइटी व आइटीज आठ कंपनी और निवेश 717.55 करोड़
5. टेक्सटाइल एंड लेदर, 17 कंपनी और निवेश 674.81 करोड़