PATNA: पुलिस की गिरती साख को बचाने के लिए डीआईजी ने बड़ी पहल की है। पुलिस को पीपुल फ्रेंडली बनाने के लिए उसे सामाजिक काम की जिम्मेदारी दी जा रही है। डीआईजी का प्लान है कि पुलिस को पब्लिक से जोड़कर उसका मान बढ़ाया जाए। क्योंकि आए दिन पुलिस की शिकायतों से जनता में सिपाही से लेकर दारोगा तक की इमेज खराब हो रही है। अफसरों का कहना है कि इस नई व्यवस्था से बदलाव होगा।

डीआईजी बनाएंगे मददगार

डीआईजी सेंट्रल राजेश कुमार का कहना है कि पुलिस को जनता से जोड़ने की दिशा में बड़ा काम किया जा रहा है। पुलिस की शिकायतों से जनता में उसकी छवि खराब हो रही थी और इसे लेकर काफी दिनों से मंथन चल रहा था। यह प्लान किया जा रहा था कि पुलिस की छवि को जनता में किस तरह से बेहतर की जाए। इस पर उन्होंने प्लान तैयार किया और फिर पटना के दो थानों पर मददगार पुलिस का कल्चर शुरू किया गया।

हर तरह से मददगार होगी पुलिस

डीआईजी के प्लान के मुताबिक पुलिस अब जनता को न्याय और सुरक्षा दिलाने के साथ हर तरह से मदद करेगी। पुलिस को गरीबों को कपड़ा खाने पीने के सामान के साथ अन्य आवश्यक वस्तुएं बांटेगी। पुलिस को हर स्तर से तैयार किया जा रहा है जिससे वह लोगों की अधिक से अधिक मदद कर सके। जनता में पुलिस को लेकर काफी नकारात्मक छवि है और अगर इसे बदला जाए तो पहले जनता में बांटने की पहल करनी होगी। इस पहल पर काम करते हुए डीआईजी ने पटना के दो थाना कोतवाली और गर्दनीबाग में बड़ी पहल की जा रही है। डीआईजी ने इसके लिए आम लोगों से अपील करने के साथ पुलिस को भी दिशा निर्देश जारी किया है।

पटना में 9 फरवरी से मददगार पुलिस की शुरूआत की जाएगी इसके लिए तैयारी पूरी कर अफसरों को निर्देश दिया गया है। पुलिस की छवि को जनता के बीच बदलने के लिए ऐसा किया जा रहा है। आने वाले दिनों में इसका विस्तार कर पुलिस का मददगार चेहरा लोगों के सामने लाया जाएगा।

राजेश कुमार, डीआईजी सेंट्रल पटना