-अनाज में गड़बड़ी होने पर कार्रवाई की बन रही रणनीति

PATNA: सरकारी अनाज अफसरों की मिलीभगत से बिचौलिए खा रहे हैं। कड़ी मानिटरिंग और डिजिटलाइजेशन के बाद भी गरीबों के निवाले पर अनियमितता का खेल चल रहा है। इसका एक बार फिर बड़ा खुलासा खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री मदन सहनी की क्रास चेकिंग में हुआ है। अनाज में चल रहे इस खेल में विभाग के आधा दर्जन अफसरों का गला फंसा है। मंत्रालय ने उन्हें नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। सरकार के अपर सचिव चंद्रशेखर ने स्पष्टीकरण में कहा है कि 15 दिन में जवाब दें, जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया तो प्रपत्र 'क' में आरोप गठित किया जाएगा।

पटना से गया तक हड़कम्प

राशन में चल रहे खेल में गड़बड़झाले की पोल खुलने के बाद पटना से लेकर गया तक हड़कम्प है। विभाग के जिम्मेदार एक्टिव हो गए हैं और कार्रवाई तेज कर दी गई है। पारदर्शिता को लेकर एक्शन प्लान तैयार किए जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो सरकारी अनाज में गड़बड़ी में कार्रवाई को लेकर रणनीति तैयार की जा रही है।

ऐसे खुली थी पोल

मंत्री मदन सहनी ने क्षेत्र भ्रमण कर विभागीय निरीक्षण, गोदाम का औचक निरीक्षण एवं जनता से सीधा संवाद किया गया था। इस दौरान उन्हें कई जगहों पर उपभोक्ताओं ने अनाज के अधिक कीमत वसूलने, हर महीनें अनाज वितरित नहीं किए जाने, कम अनाज दिए जाने एवं समय पर अनाज नहीं देने का आरोप लगाया था। ऐसी दर्जनों शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए जब जांच कराया तो यह भी पाया गया कि अधिकारियों द्वारा

नियमित रूप से निरीक्षण और पर्यवेक्षण भी नहीं किया जा रहा है। इसके बाद खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री

मदन सहनी के निर्देश पर विभाग ने गया के 6 अफसरों से जवाब तलब किया है। इस कार्रवाई के बाद गलत करने वालों पर शिकंजा कसेगी।

निरीक्षण के दौरान कई गड़बड़ी मिली है। जिन डीलरों की शिकायतें मिली थी उनका लाइसेंस रद कर दिया गया है। जिन अधिकारियों से स्पष्टीकरण जारी किया है उनपर गाज गिरनी तय है। बिहार के सभी जिलों में निरीक्षण कर मनमानी पर कार्रवाई की जाएगी।

-मदन सहनी, राज्य मंत्री खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग