-असक्षम का वोट घर से किया जाएगा कलेक्ट

PATNA: विधानसभा चुनाव में कोविड-19 को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है। 80 साल पार करने वाले और दिव्यांग तभी बूथ पर पहुंचेंगे जब वे सक्षम होंगे। अगर वे नहीं जा सकेंगे तो उन्हें घर से वोट करने की सुविधा दी जाएगी। ये बातें मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कही। गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस के बाद चुनाव आयोग की टीम दिल्ली लौट गई। मीडिया से मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि फ‌र्स्ट फेज की शुरुआत हो गई है। चुनाव आयोग की टीम ने सभी संबंधित विभागों से मंत्रणा भी की है और कई फैसले लिए हैं। उन्होंने बताया कि कोविड-19 को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है जिसके तहत 80 साल से ऊपर और दिव्यांग तभी मतदान करने आएंगे जब वे आने में सक्षम हों। नहीं तो घर से ही उनको वोट देने की सुविधा होगी। डाक मतपत्र की सुविधा उपल?ध होगी। चुनाव कर्मी ऐसे वोटर्स के घर जाकर डाक मतपत्र उपल?ध कराएंगे और फिर मतपत्र जमा करेंगे। साथ ही कोरोना पॉजिटिव भी मतदान के आखिरी वक्त में वोट करेंगे।

कोरोना ने बदल दिया माहौल

मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा के नेतृत्व में चुनाव आयोग की टीम ने बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर तीन दिनों तक कई बैठकें की। बिहार के वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर राजनीति दलों के प्रतिनिधियों के साथ आयोग की टीम ने बैठक की। गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस कर मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि कोरोना ने माहौल को बदल दिया है। यह चुनाव आसान नहीं है, बिहार के होम सेकेट्री समेत कई वरीय अधिकारी कोरोना संक्रमण के शिकार हुए, कई अधिकारी अब भी कोरोना से जंग लड़ रहे हैं।

सोशल मीडिया के दुरुपयोग पर होगी कार्रवाई

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि सोशल मीडिया पर धाíमक और जातीय भावनाओं को भड़काया गया तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और आईटी एवं आईपीसी एक्ट के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह चुनाव कोरोना काल में हो रहा है जो आसान काम नहीं, बल्कि दुरुह है। हालांकि कोरोना के संक्रमण के दौर में भी चुनाव कराना कोई गलत फैसला भी नहीं कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि भ्रामक सूचना फैलाने वाले सोशल मीडिया की माइक्रो मॉनिट¨रग के निर्देश दिए गए हैं। सोशल मीडिया का दुरुपयोग रोकने के लिए लोकसभा की तर्ज पर व्यवस्था हो रही है। सोशल मीडिया पर नियंत्रण के लिए वर्तमान कानून बहुत कारगर नहीं है, इसे और स्ट्रॉंग होना चाहिए।

चुनावी रैलियों पर रोक नहीं

चुनाव के दौरान प्रचार, रैली और सभा को लेकर निर्वाचन आयोग ने स्थिति साफ कर दिया है। आयोग ने कहा कि दो गज दूरी और मास्क के साथ पहले की तरह चुनावी सभाएं की जा सकेंगी। मैदान में रैलियां होंगी। राजनीतिक दलों को कोरोना संक्रमण से बचाव संबंधी गाइडलाइन का पालन करते हुए सभागार में भी चुनावी सभाएं करने की छूट होगी। उन्होंने यह भी कहा कि केवल वर्चुअल कैम्पेन नहीं बल्कि एक्चुअल कैम्पैन भी होगा। जिलेवार सभागार और मैदान की लिस्ट मांगी गई है। फ‌र्स्ट फेज के चुनाव से पहले किसी विधानसभा क्षेत्र का औचक निरीक्षण कर तैयारियों की हकीकत जानने फिर आएंगे।

दलों के सुझाव पर जल्द पहल

अरोड़ा ने कहा कि राजनीतिक दलों द्वारा दिए गए कुछ प्रमुख सुझाव पर आयोग जल्द पहल करेगा। आयोग भी सुझावों पर लगातार अमल कर रहा है और आगे भी वोटर्स हित में पहल करेगा।