PATNA: उत्तर बिहार के चंपारण में दो और दरभंगा में दो बांधों के टूटने से कई गांवों में पानी फैल गया है। समस्तीपुर-दरभंगा खंड के हायाघाट में मुंडा पुल का पिलर नंबर 16 बागमती के पानी में डूब गया। इस खंड पर ट्रेनों का परिचालन बाधित है। पश्चिम चंपारण में गंडक का जलस्तर 2. 42 लाख क्यूसेक रहा। सेमरा घाट के पास फिर जमींदारी बांध टूट गया। बेतिया- गोपालगंज मार्ग पर यातायात ठप रहा। पूर्वी चंपारण के भवानीपुर ढाला के पास गंडक ने गुरुवार देर रात चंपारण तटबंध को तोड़ दिया। प्रशासन ने भवानीपुर और आसपास के गांवों को खाली करा दिया।

कोसी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी

पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचल की नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है। कोसी के कुछ बाढ़ प्रभावित गांवों से पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है। पूर्व बिहार की स्थिति सामान्य है। सुपौल में कोसी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है। कोसी की सहायक नदियां उफान पर हैं। सहरसा में कोसी का जलस्तर घट रहा है, लेकिन सुरसर, तिलाबे और बलान उफान पर हैं। तटबंध के अंदर की बड़ी आबादी बाढ़ से जूझ रही है। मधेपुरा जिले के कई गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। अररिया में नदियां खतरे के निशान से नीचे हैं, लेकिन नदियों का कटाव तेज है। किशनगंज में भी एक दर्जन से अधिक गांव नदियों के कटाव की जद में हैं। कटिहार में महानंदा के जलस्तर में कमी दर्ज की गई है। यह अब भी खतरे के निशान से 75 सेमी ऊपर बह रही है। गंगा और कोसी के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है। दोनों नदियां खतरे के निशान से नीचे, लेकिन चेतावनी के स्तर से ऊपर हैं। पूर्णिया में महानंदा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। मधुबनी, समस्तीपुर, सीतामढ़ी। शिवहर और मुजफ्फरपुर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों बाढ़ से हालात काफी खराब है।