-सासाराम के एमटी जमादार और चालक सिपाही निलंबित

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क्त्रह्र॥ञ्जन्स्/क्कन्ञ्जहृन्: कैदी वाहन में सुराग बना तीन कुख्यात नक्सलियों (अभय यादव, शंभू उर्फ शीतल और अजय खरवार) कोभगाने की साजिश शनिवार को पुलिस ने विफल कर दी। साजिश में शामिल एमटी (मेंटेनेंस ऑफ ट्रांसपोर्ट) जमादार तबारक मियां और सिपाही चालक महेंद्र सिंह को निलंबित किया गया है। सार्जेंट रणधीर कुमार से शो-कॉज के साथ सार्जेंट मेजर को अलर्ट किया गया है।

पेशी के दौरान देना था अंजाम

सासाराम स्थित मंडल कारा से डेहरी ऑन सोन स्थित अनुमंडल कोर्ट में पेशी के लिए लाए जाने के दौरान साजिश को अंजाम दिया जाना था। प्रभारी एसपी पीके मंडल ने बताया कि गुप्त सूचना पर जांच-पड़ताल शुरू हुई। कैदी वाहन के फर्श पर लगी शीट क्षतिग्रस्त मिली। शीट लोहे की है, जिसे चूना और सोडा डालकर गला दिया गया है। उसमें दो फीट से अधिक लोहा गल चुका है। उसी रास्ते नक्सलियों को भगाने की साजिश थी। प्रभारी एसपी ने उस रास्ते निकलकर यह दिखाया कि साजिश तगड़ी थी। साजिश के तहत सासाराम से डेहरी आने के दौरान सड़क जाम की स्थिति पर सिपाही वाहन से उतरकर जाम हटाते, उसी दौरान नक्सली सुराग के रास्ते निकल भागते। उनके फरार होने की सूचना कैदी वाहन के डेहरी कोर्ट पहुंचने पर मिलती। बहरहाल समय रहते खबरदार हुई पुलिस ने रविवार को दूसरे वाहन से कैदियों को पेशी के लिए न्यायालय भेजा।

कैदियों को भगाने की साजिश में वाहन चालक सिपाही सहित दूसरे पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच की जा रही है। कैदी भगाने के मामले में भूमिका की जांच की जा रही है। कोई भी दोषी बख्शे नहीं जाएंगे।

-पीके मंडल, प्रभारी एसपी, रोहतास