-मन की बात में पीएम नरेंद्र मोदी ने जुड़े कलाकारों-महिलाओं के प्रयास की सराहना की

MADHUBANI: मधुबनी पेंटिंग से सजे मास्क लोगों को खूब पसंद आ रहे। देशभर में इसकी मांग है और विदेशों में पूछ। इस कला और इसके कलाकारों के प्रयास की सराहना पीएम नरेंद्र मोदी ने भी की है। उन्होंने कहा कि स्थानीय कलाकारों ने पूरी दुनिया को यह दिखा दिया है कि सकारात्मक सोच और प्रयोग आपदा को अवसर और विपत्ति को विकास में बदल सकता है। पीएम ने संडे को 'मन की बात' में कहा कि पूरी दुनिया देख रही है कि बिहार में युवाओं और महिलाओं ने टैलेंट और स्किल के दम पर नए प्रयोग शुरू किए हैं। कई वूमन सेल्फ हेल्प ग्रुप ने मधुबनी पें¨टग वाले मास्क बनाने शुरू किए और देखते ही देखते ये खूब पॉपुलर हो गए हैं।

हर लेवल पर धमक

दीवार से कागज, फिर कपड़े और खिलौनों के बाद मास्क पर मधुबनी पें¨टग ने इस कला को नई पहचान दी है। मछली, अरिपन, देवी-देवता, फूल-पत्ती, पक्षी की पेंटिंग वाले सूती कपड़े का दो लेयर वाला मास्क लोगों को लुभा रहा। इसकी पहुंच स्थानीय बाजार से अमेजन तक है।

देश-दुनिया के लोग इसे खरीद रहे हैं। हाल ही में फिल्म अभिनेत्री रवीना टंडन ने भी ट्वीटर पर इस मास्क की प्रशंसा की थी। कलाकार मास्क पर पेंटिंग बनाकर कमाई के साथ दिल जीत रहे हैं।

रोज डेढ़ हजार तक कमाई

मधुबनी पें¨टग वाले मास्क बाजार में 70 से सौ रुपये में उपल?ध हैं। दरभंगा के मिर्जापुर निवासी कलाकार भगवान ठाकुर बताते हैं कि एक मास्क तैयार करने में करीब 40 से 50 रुपये की लागत आ रही है। एक कलाकार प्रतिदिन 20-25 मास्क तैयार कर रहा। इससे वह रोजाना एक से डेढ़ हजार तक की कमाई हो जाती है। मधुबनी शहर के लहेरियागंज निवासी लक्ष्मी पांडेय और परिवार के सदस्य पूरे दिन मास्क तैयार कर रहे हैं। मांग बढ़ने पर अलग से दर्जी को रख लिया है।

मधुबनी पेंटिंग वाले मास्क के बारे में प्रधानमंत्री के उद्गार से निश्चित रूप से इस कला को नई ऊंचाई मिलेगी। यहां बड़ी संख्या में महिला-पुरुष मधुबनी पेंटिंग से जुड़कर देश-विदेश में अपना नाम रोशन कर रहे हैं।

-पद्मश्री बौआ देवी, आर्टिस्ट, मधुबनी पेंटिंग