PATNA: बीएसएससी पेपर लीक मामले की जांच अभी पूरी भी नहीं हुई कि पटना पुलिस ने युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले एक और गिरोह का भंडाफोड़ किया है। मामला दूसरे राज्यों के विश्वविद्यालयों का फर्जी सर्टिफिकेट देकर बड़ी रकम वसूल करने का है। पुलिस ने छापेमारी कर गिरोह में शामिल म् लोगों को गिरफ्तार किया है।

इस तरह हुआ खुलासा

पुलिस के मुताबिक हड़ताली मोड़ स्थित जाकिर हुसैन कैम्पस में नेशनल रूरल डेवलपमेंट नाम से एक संस्था संचालित हो रही थी। यहां युवाओं से भ्0-भ्0 हजार रुपए लेकर मास्टर ऑफ साइंस, बीएड, डीईडी सहित अन्य कोर्स का सर्टिफिकेट दिया जाता था। इस बीच यहां काम करने वाले ज्ञान प्रकाश, कुमारी अन्नू और हर्षवर्धन ने एक पीडि़त को संबलपुर विश्वविद्यालय का माइग्रेशन सर्टिफिकेट दिया। उसे शक हुआ तो उसने इसका सत्यापन विश्वविद्यालय से कराया, जो फर्जी निकला।

पुलिस ने की छापेमारी

इसके बाद पूरे मामले की जानकारी पटना एसएसपी को दी गई। उनके निर्देश पर कोतवाली थाना और पुलिस उपाधीक्षक(विधि व्यवस्था) की टीम बनाई गई। टीम ने बुधवार को संस्थान पर छापा मारा। इस दौरान कार्यालय से बिलासपुर के डॉ। सीवी रमन विश्वविद्यालय, स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय का क्म् और महात्मा गांधी विश्वविद्यालय का फ्ब् सर्टिफिकेट बरामद हुआ। इसके साथ ही डॉ। सीवी रमन विश्वविद्यालय के नाम का दो मुहर, नोवा इंटीग्रेटेड सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के नाम का दो मुहर, रजिस्ट्रार के सिग्नेचर का मुहर, नेशनल रुरल डवलपमेंट का क्फ्0 पीस फॉर्म, तीन लैपटॉप, एक्सिस बैंक का तीन पासबुक और चार चेकबुक, सेंट्रल बैंक का एक पास बुक, एक स्कॉर्पियो, सर्टिफिकेट का ब्लैंक फॉर्मेट सहित कई जाली कागजात बरामद किए गए हैं।

- इनको लिया हिरासत में

पुलिस ने जिन म् लोगों को गिरफ्तार किया है उनमें संस्थान की संचालिका बहादुरपुर निवासी कुमारी अन्नू, संचालनकर्ता नवीन कॉलोनी निवासी हर्षवर्धन कुमार सिंह, पुनाईचक निवासी मृणाल चक्रवर्ती, धनरुआ निवासी तरूण कुमार, परसा बाजार निवासी अशोक कुमार गुप्ता और राजापुर निवासी शैलजा कुमारी शामिल हैं।

युवाओं को फर्जी डिग्री देकर पैसा वसूली करने वाले गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। मौके से कई विश्वविद्यालय के फर्जी सर्टिफिकेट सहित मुहर व बैंक पासबुक मिला है। आरोपियों से पूछताछ चल रही है।

- मनु महाराज, एसएसपी, पटना