PATNA: स्कूल, अस्पताल और मंदिरों के सामने से तेज स्पीड के वाहन भी धीमे हो जाएंगे। वाहनों को धीमा करेगा रंबल स्ट्रिप। अभी तक दूसरे प्रदेशों में यह व्यवस्था थी लेकिन अब पटना सहित बिहार के कई शहरों में यह व्यवस्था लागू होने वाली है। लगातार बढ़ रही दुर्घटनाओं को देखते हुए राज्य सरकार ने यह कदम उठाया है। अगले वर्ष जनवरी से आ रही रोड मेंटेनेंस पॉलिसी में इसका प्रावधान किया जा रहा है। नई रोड मेंटेनेंस पॉलिसी के प्रस्ताव को कैबिनेट की मंजूरी के लिए लाया जाना है।

रंबल स्ट्रिप का क्या है फायदा

सड़क दुर्घटनाओं को लेकर हुए सर्वे में यह बात सामने आई थी कि मुख्य सड़क के समीप स्थित शिक्षण संस्थान, अस्पताल और धार्मिक स्थलों के समीप सड़क दुर्घटनाएं अधिक हो रही हैं। इससे बचाव के लिए रंबल स्ट्रिप लगाए जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। रंबल स्ट्रिप एक साथ सड़क के दोनों ओर बनते हैं। यह कम ऊंचाई वाले ब्रेकर की तरह होता है। एक साथ चार-पांच ब्रेकर बनाए जाते हैं। इसका फायदा यह होता है यहां गाडि़यों की रफ्तार स्वत: कम हो जाती है। अगर ड्राइवर ऊंघ रहा है तो उसकी नींद टूट जाती है। जिस निर्माण एजेंसी को सड़क के रख रखाव का जिमा मिलेगा वह अपने पैकेज के तहत संबंधित स्थलों पर रंबल स्ट्रिप का निर्माण कराएगी।

अब सात वर्षो के लिए मिलेगा जिम्मा

इस वर्ष दिसंबर में जिस रोड की मेंटेनेंस पॉलिसी अवधि खत्म हो रही है वह पांच वर्षों के लिए थी। जनवरी से जो रोड मेंटेनेंस पॉलिसी अस्तित्व में आएगी वह सात वर्षों के लिए होगी।

15वें वित्त आयोग से राशि की मांग की जाएगी

सड़कों के रखरखाव को ले आउटपुट आधारित रोड मेंटेनेंस के लिए राशि की व्यवस्था राज्य सरकार अपनी निधि से करती है। अब इसका दायरा लगभग छह हजार किमी अधिक होने जा रहा। इसके लिए बड़ी राशि की आवश्यकता होगी। सरकार इस राशि के लिए पंद्रहवें वित्त आयोग से आग्रह कर सकती है।