aanand.keshri@inext.co.in

PATNA : पटना सिटी में जर्जर भवन और उसके छज्जे को लेकर प्रशासन गंभीर नहीं है। जबकि अशोक राजपथ से लेकर संपर्क पथों व गलियों में अनेक मकान जर्जर हालत में है, जो कभी हादसे के गवाह बन सकते हैं। पिछले ही माह चौक और दीदारगंज थाना एरिया में दीवार गिरने से दो लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा अन्य घटनाएं भी हो चुकी हैं। फिर भी प्रशासन शायद बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है।

मच्छरहट्टा में खस्ताहाल भवन

खाजेकलां से लेकर चौक के बीच घनी आबादी व मंडी है। यहां घघा गली के ठीक सामने अशोक राजपथ के नार्थ साइड में मुर्शिदाबाद इस्टेट का मकान है। नीचे में करीब आठ-दस दुकानें हैं। ऊपर से भवन काफी जर्जर हो झूल रहा है। दुकानदारों ने अपनी रोजी-रोटी को लेकर आगे से फ्लैक्स व सीलिंग आदि देकर जर्जर भवन व छज्जा को ढंकने की कोशिश की है। करीब एक वर्ष पूर्व इसका छज्जा व भवन का हिस्सा रोड पर गिर चुका है। अब भी खतरा बरकरार है।

तख्तश्री पटना साहिब

तख्तश्री हरिमंदिर जी पटना साहिब के अशोक राजपथ से सटे मेन गेट के सामने में करीब 70 वर्ष पुराना मकान कभी भी ढह कर गिर सकता है। इसके बाद भी उस जर्जर मकान के नीचे लोग दुकानदारी कर रहे हैं। बंद दुकान के बाहर फुटपाथ पर दुकान दुकानें लगाई गई हैैं। लोग बिना ऊपर देखे यहां खरीदारी कर रहे हैं और रोड से गुजर भी रहे हैं। मगर पता नहीं कब यह भवन और छज्जा लोगों पर काल बन कर गिर जाए।

हरिमंदिर गली में हो सकता है हादसा

अशोक राजपथ के सटे नार्थ में हरिमंदिर गली है। इस रास्ते से लोग तख्तश्री पटना साहिब, गुरुद्वारा बाललीला, शक्तिपीठ स्थल श्री छोटी पटनदेवी, प्राचीन काली मंदिर जाते-आते हैं। यह गली महिलाओं के खरीदारी के लिए पसंदीदा मार्केट है। गली के मुहाने व रोड किनारे ही जर्जर मकान और छज्जा लोगों को मौत का दावत दे रहा है। गली के पश्चिम में रोड पर स्थित ऐतिहासिक शाह अंबर की मस्जिद है। इस मस्जिद का छज्जा भी जर्जर हो चुका है। हालांकि ऊपर व नीचे में अनेक दुकान कार्यरत हैं। हरिमंदिर के अंदर भी जर्जर मकान और छज्जा है। घसियारी गली के तारणी प्रसाद लेन, मच्छरहट्टा के चौधरी गली मोड़, मच्छरहट्टा मंडी के पुराने मार्केट, महाराजघाट के अंदर में कुछ मकान हादसे को आमंत्रित कर रहा है।

अशोक राजपथ में भी जर्जर मकान

अशोक राजपथ पर ही अनेक जर्जर भवन हैं, जो हादसे के लिए पर्याप्त है। श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के फ्भ्0वां प्रकाश पर्व के पूर्व दशहरा, दिवाली, विश्वकर्मा पूजा, छठ, मुहर्रम जैसे अनेक पर्व हैं। ऐसे में अशोक राजपथ पर जर्जर भवन व छज्जा के गिरने से होने वाले हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता है। अशोक राजपथ के गुरहट्टा में जर्जर भवन अब-तब गिरने की स्थिति में है। मगर किसी का ध्यान नहीं है। स्थानीय लोग बताते हैं कि पहले यह मकान काफी समृद्ध था और इसमें पुराने जमाने की लकड़ी से लेकर कलाकारी का काम भी है। मगर समय के साथ इसके रखरखाव पर ध्यान नहीं दिए जाने से यह जर्जर हो गया है। अशोक राजपथ के उत्तर साइड में होने के कारण यह कभी भी गिरने पर हादसे का गहवा बन सकता है।

पहले नगर निगम को कहा गया था। इसके बाद भवन निर्माण के इंजीनियर को जर्जर भवन व छज्जा का सर्वे कर सूची सौंपने को कहा गया है। अब तक नहीं मिला है। फिर रिमाइंडर

करते हैं।

योगेन्द्र सिंह, एसडीओ