PATNA : बिहार स्टाफ सलेक्शन कमिशन के एग्जामिनेशन पेपर लीक मामले की जांच कर रही एसआईटी जल्द ही एक और बड़ा धमाका कर सकती है। अपनी कार्रवाई के जरिए एसआईटी का ये ऐसा धमाका होगा कि किसी ने उसके बारे में सोचा भी नहीं होगा।

दरअसल, धमाका शब्द का मतलब कोई बम ब्लास्ट से नहीं है। यहां पर धमाका का मतलब है कि बिहार स्टाफ सलेक्शन कमिशन में पोस्टेड एक और बड़े अधिकारी की गिरफ्तारी। शायद आपको विश्वास नहीं हो रहा हो। लेकिन हमें जो एसआईटी सूत्रों से जानकारी मिली है, उसके अनुसार बीते करीब दो साल से बीएसएससी में पोस्टेड एक बड़े अधिकारी एसआईटी की रडार पर हैं। पेपर लीक कांड में इस बड़े अधिकारी के खिलाफ कुछ ठोस सबूत एसआईटी के हाथ लगे हैं। एसआईटी सूत्रों की मानें पहले तो उस बड़े अधिकारी के खिलाफ कुछ और सबूत जुटाए जा रहे हैं। सारे सबूत हाथ में आते ही आगे की कार्रवाई शुरू हो जाएगी।

- पहले धमाके की गूंज अब तक है जारी

बीएसएससी के पूर्व चेयरमैन व सीनियर आईएएस अधिकारी सुधीर कुमार को गिरफ्तार कर पेपर लीक मामले में एसआईटी पहले ही एक बड़ा धमाका कर चुकी है। इस पहले धमाके की गूंज अब तक जारी है। गिरफ्तारी के विरोध में बिहार के सारे आईएएस अधिकारी एकजुट हो चुके हैं। सवाल ये है कि जब एसआईटी अपना दूसरा बड़ा धमाका इस मामले में करेगी तो उसका क्या असर पड़ेगा?

- हजारीबाग जाएगी टीम

एसआईटी की एक यूनिट जल्द ही झारखंड के हजारीबाग जाएगी। वहां जाने का खास मकसद सुधीर कुमार के पिता राधा प्रसाद से पूछताछ का है। एसआईटी सूत्रों की मानें तो इस काम को भी जल्द ही अंजाम दिया जाएगा। पिता से पूछताछ का सबसे बड़ा कारण है सुधीर कुमार के भांजे आशीष का बयान। जिसने गिरफ्तारी के बाद एसआईटी के सामने खुलासा किया था कि उसे ख्फ् जनवरी को क्वेश्चन पेपर और आंसर की उसे अपने नाना जी से मिला था।

- छापेमारी में नहीं आया हाथ

ओएमआर सीट की जांच का ठेका लेने वाले कंपनी का मालिक अब भी फरार है। इस पर शिकंजा कसने और इसे गिरफ्तार करने के लिए एसआईटी ने दिल्ली और इसके आसपास के कई इलाकों में ताबड़तोड़ छापेमारी की। लेकिन अब तक वो शातिर एसआईटी के हाथ नहीं लगा है। इसकी तलाश में एसआईटी दिल्ली से हरियाणा का भी सफर तय कर चुकी है। एसआईटी सोर्स की मानें तो वो लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। जिससे पटना से गए पुलिस अधिकारियों को काफी परेशानी हो रही है।