-ऑनलाइन लाइसेंस जारी, 25 हेक्टेयर से कम है बालू घाट

PATNA: चार महीने से चले आ रहे बालू संकट अब जल्द समाप्त हो सकता है। बालू घाटों की ई-नीलामी की प्रक्रिया गुरुवार से शुरू हो गई है। पहले दिन पटना के ख्, भोजपुर के ख् और सारण के ख् यानी कुल म् बालू घाटों की ई-नीलामी हुई। खान एवं भूतत्व विभाग के निदेशक असंगवा चुबा आओ ने गुरुवार को बताया कि यह पहला मौका है जब बिहार में किसी बालू घाट की ऑनलाइन ई-नीलामी हुई है।

रिवर्स ऑक्शन की प्रक्रिया लागू

असंगवा चुबा आओ ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि जिन बालू घाटों की ई-नीलामी की गई है, वे ख्भ् हेक्टेयर से कम है। ऐसे में इन्हें बालू खनन के लिए पर्यावरणीय स्वीकृति जिला स्तरीय डीईआइएए से ही मिल जाएगी। आओ ने बताया कि जिन छह बालू घाटों की ई-नीलामी की गई है, वे बालू खनन की लाइसेंसधारी ब्रॉडसन कंपनी के कार्यक्षेत्र से बाहर हैं। ज्ञात हो कि पटना, भोजपुर और सारण में बालू खनन के लिए सरकार ने ब्रॉडसन को ठेका दे रखा है। लेकिन पिछले दिनों ब्रॉडसन को जारी किया गया लाइसेंस रद कर दिया गया है और मामला पटना हाईकोर्ट के विचाराधीन है। आओ ने बताया कि अब राज्य में सभी बालू घाटों का रकबा कम कर दिया गया है ताकि बालू खनन के लिए पर्यावरणीय स्वीकृति लेना आसान हो सके। उन्होंने बताया कि ई-नीलामी के लिए बिहार सरकार ने रिवर्स ऑक्शन की प्रक्रिया अपनाई है।