- राजेन्द्र नगर बेस किचन भर रहा 2 हजार लोगों का पेट

-15 लोगों की टीम प्रति दिन बना रही है 2 हजार लोगों का खाना

PATNA :

पूरा देश कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन है। ऐसे में रोज कमाने और खाने वालों का सहारा होटल से लेकर ढाबे तक बंद हैं। साथ ही कामकाज भी बंद होने से रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई है। इसके कारण शहर के सैकड़ों मजदूर और अन्य लोग पेट भरने के लिए दर-दर भटक रहे हैं। ऐसे हालात में इन जरूरतमंदों का सहारा बना है आईआरसीटीसी का बेस किचेन। शहर में कोई जरूरतमंद भूखा न रहे, इसके लिए आईआरसीटीसी रोज पटना में रहने वाले 2 हजार लोगों के लिए खाना बना रहा है।

लॉकडाउन में भी चल रहा चूल्हा

आईआरसीटीसी का राजेन्द्र नगर स्थित बेस किचन लॉकडाउन के अवधि में एक दिन भी बंद नहीं हुआ। आरपीएफ से लेकर रेलवे कर्मचारी तक भोजन बनाने में आईआरसीटीसी को सहयोग कर रहे हैं। खाना बनने के बाद पटना जंक्शन, राजेन्द्र नगर, दानापुर सहित राज्य सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग को भी खाना मुहैया कराया जाता जिसके बाद कर्मचारी पटना के विभिन्न जगहों पर खाना वितरित करते हैं।

- रोज बनता है डेढ़ क्विंटल चावल

आईआरसीटीसी के अधिकारियों ने बताया कि शुरुआत में कम भोजन के पैकेट बनाए जाते थे। लेकिन डिमांड के बाद प्रतिदिन डेढ़ क्विंटल चावल पकाकर उससे बिरयानी तैयार किए जा रहे हैं। लॉकडाउन की अवधि अगर बढ़ती है तो भी आईआरसीटीसी बेस किचन लगातार जरुरतमंदों के लिए काम करेगा।

हाईजीन पर भी है विशेष ध्यान

राजेन्द्र नगर बेस किचन के एरिया इंजार्च अमित कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए साफ-सफाई की विशेष व्यवस्था की गई है। किचन से लेकर पैकिंग तक एहतियात बरती जा रही है। किचन का हर एक स्टाफ मास्क व ग्लब्स के साथ ही किचन के अंदर प्रवेश करता है। अधिकारियों से भी इसके लिए निर्देश मिले हैं। उन्होंने ये भी कहा कि बिरयानी की पैंकिग भी डबल लेयर वाले पैकेट में की जाती है जिससे बिरयानी 2 से 3 घंटे तक एकदम गरम रहता है। इसके अलावा भोजन में प्रति पैकेट अचार भी आईआरसीटीसी की ओर से मुहैया कराया जा रहा है।

- 2 हजार लोग प्रति खा रहे खाना

अधिकारियों ने बताया कि राजेन्द्र नगर बेस किचन से बिरयानी पैक होने के बाद 400 पैकेट पटना जंक्शन, 400 पैकेट दानापुर व 500 आपदा प्रबंधन विभाग, 300 एनजीओ को व 400 राजेन्द्र नगर स्टेशन पर जरूरतमंदों को वितरित की जाती है। जो आपदा के इस समय में पटना आकर फंसे हुए है। उन्होंने बताया कि कई स्टूडेंट्स ऐसे हैं जो खाना पकाना नहीं जानते, मगर साधन के अभाव में घर नहीं जा पा रहे हैं। वे स्टूडेंट्स यहां आकर भोजन करते हैं, हम सभी की मदद करते हैं।

- 15 लोगों की टीम कर रही है काम

आईआरसीटीसी के अधिकारियों की मानें तो 2000 लोगों के खाना पकाने के लिए आईआरसीटीसी और रेलवे के 15 लोगों की टीम निरंतर काम कर रही है। खाना बनाने वाले आईआरसीटीसी के सेफ की मानें तो सहयोग के तौर पर आरपीएफ की बड़ी भूमिका है। पके बिरयानी को बांटने से लेकर पैकिंग तक में ये लोग आवश्यकता पड़ने पर सहयोग करते हैं।

कहां कितने पैकेट भेजते हैं

पटना जंक्शन- 400 पैकेट

दानापुर जंक्शन- 400 पैकेट

राजेन्द्र नगर -400 पैकेट

एनजीओ -300 पैकेट

आपदा प्रबंधन विभाग - 300

आईआरसीटीसी के बेस किचन से प्रतिदिन 2 हजार लेागों के लिए खाना तैयार किया जा रहा है। खाना बनाते समय साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।

- अमित प्रकाश, एरिया इंजार्च, राजेन्द्र नगर बेस किचन