-छात्र और टीचर मिलकर बिजली बिल का करते हैं भुगतान

PATNA CITY: अनुमंडल प्रशासन के नाक के नीचे चलता है राजकीय उर्दू प्राथमिक विद्यालय, गुलजारबाग। स्कूल का अपना भवन है। ग्राउंड फ्लोर पर महज चार कमरे में वर्ग एक से आठ तक की पढ़ाई करना मुश्किल हो रहा है। छात्र-छात्राओं की संख्या भी ब्म्ब् है। ऐसे में स्कूल को दो शिफ्ट में चलाया जाता है।

मार्निग में लोअर क्लास

प्रिंसिपल शहनाज आरा फिरोज बताती हैं कि स्कूल में छह कमरे हैं। चार में पढ़ाई होती है। एक प्रिंसिपल चैंबर और सामान रखने का है। एक कमरे का प्लास्टर झड़ रहा है, बारिश में पानी टपकता है। ऐसे में उसमें टूटे बेंच-टेबल आदि रखे जाते हैं। क्लास एक से चार के छात्रों की पढ़ाई मार्निग म्.फ्0 से क्क्.फ्0 बजे और वर्ग पांच से आठ तक की क्क्.फ्0 से ब्.फ्0 बजे तक होती है। रूम बढ़ने से क्लास दो सेक्शन में चल सकती है।

चंदा कर बिल का भुगतान

स्कूल में क्क् टीचर पोस्टेड हैं। एक की प्रतिनियुक्तिप्राइमरी स्कूल नरकट घाट में है। अभी क्0 टीचर टेंथ बोर्ड एग्जाम में वीक्षक बने हैं। तीन बीएलओ का काम कर रहे हैं। स्कूल में बिजली है। विभाग ने इसे कामर्शियल कर दिया है। इस कारण अधिक बिल आ रहा है। इसका पेमेंट छात्रों से पांच-पांच रुपए चंदा लेकर और बाकी टीचर मिलाकर करते हैं।

सरकार और शिक्षा विभाग फ‌र्स्ट फ्लोर में रूम बनवा दे और कुछ टीचरों की पोस्टिंग कर दे, तो छात्र और बेहतर परफार्म करेंगे।

-शहनाज आरा फिरोज, प्रिंसिपल