विपक्ष ने की सीबीआई से जांच कराने की मांग

PATNA: बुधवार को बिहार विधानसभा में दारोगा परीक्षा में हुई कथित धांधली का मुद्दा विपक्ष ने उठाया। हालांकि विपक्ष द्वारा लाए गए कार्य स्थगन प्रस्ताव को विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने विधि सम्मत नहीं मानते हुए और सदन में वित्तीय कार्य होने का हवाला देकर नामंजूर कर दिया। इससे पहले राजद और कांग्रेस के सदस्यों ने विधानसभा के बाहर दारोगा बहाली में धांधली का आरोप लगाया और सरकार के खिलाफ पोस्टर लहराते हुए नारेबाजी की। विपक्ष ने पूरे मामले की सीबीआइ से जांच कराने की मांग भी की। वहीं भाकपा माले के विधायकों ने बंद नलकूपों को चालू कराने और सोन समेत तमाम नहरों को आधुनिकीकरण प्रणाली से जोड़ने की मांग करते हुए नारेबाजी की।

लगाया प्रश्न-पत्र लीक होने का आरोप

विपक्ष ने आरोप लगाया कि दारोगा बहाली के लिए हुई परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक हुआ है। राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्ववाली सरकार के दौरान हुई परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक हुए हैं। राज्य सरकार इसकी सीबीआइ से जांच कराए। जबकि इस मसले पर कार्य स्थगन प्रस्ताव नामंजूर होने पर राजद विधायक समीर कुमार महासेठ ने आसन से मुखातिब होकर कहा कि सदन में उन्हें कार्य स्थगन प्रस्ताव पढ़ने दिया जाए पर विधानसभा अध्यक्ष ने इसकी अनुमति नहीं दी।