PATNA: बिहटा और मनेर का दियारा इलाका। जो अभी बाढ़ के पानी से डूबा है। लेकिन इस इलाके से हर साल करीब ख्00 करोड़ रुपए के बालू का कारोबार होता है। ये कारोबार कोई सरकारी ठेके का नहीं होता, बल्कि पूरी तरह से अवैध होता है। जिसे एके-ब्7 जैसे अत्याधुनिक हथियार की नोक पर चलाया जाता है। हर साल के इसी ख्00 करोड़ के बालू के अवैध कारोबार पर कुख्यात अपराधी शंकर दयाल सिंह उर्फ फौजिया और उमाशंकर राय उर्फ सिपाही ने अपनी नजरें गड़ा रखी हैं। मनेर से लेकर बिहटा के दियारा इलाके, जहां पुलिस-प्रशासन का आसानी से पहुंच पाना कतई आसान नहीं है। वहीं पर दोनों कुख्यात अपराधियों के बीच पिछले कई सालों से वर्चस्व की लड़ाई चल रही है।

- म्00 ट्रक डेली बालू की होती है ढुलाई

पिछले कुछ सालों से अवैध बालू के खनन पर फौजिया और उसके गैंग का वर्चस्व कायम है। सोर्स के अनुसार दियारा का दुर्गम इलाका होने के कारण हर तरफ फौजिया के गुर्गे लेटेस्ट हथियारों से लैश होकर कड़ी नजर रखते हैं। इनकी कड़ी निगरानी में ही डेली अवैध रूप से बालू की खनन होती है। डेली म्00 ट्रकों में बालू लोड कर उसे बिहार के दूसरे जिलों और यूपी के गोरखपुर व बलिया समेत कई जगहों पर भेजा जाता है। वहीं, कई जगहों पर तो सोन और गंगा नदी के रास्ते नाव से ही बालू की सप्लाई करा दी जाती है। डोरीगंज, दीघवारा और छपरा में नाव से ही बालू की अवैध सप्लाई होती है।

- म्0 लाख का डेली और क्8 करोड़ का महीना

बाढ़ की वजह से दियारा इलाके में अवैध बालू का खनन सिर्फ चंद दिनों के लिए ही ठप होता है। जैसे ही बाढ़ का पानी खत्म हुआ, वैसे ही फौजिया गैंग फिर से अपने धंधे पर लग जाता है। सोर्स के अनुसार अवैध बालू के खनन से डेली म्0 लाख और महीने में क्8 करोड़ का टर्न ओवर फौजिया गैंग कर रहा है। इसी हिसाब से अवैध बालू का धंधा हर साल करीब ख्00 करोड़ का हो रहा है। यही कारण है कि कुख्यात सिपाही और अपने गैंग के साथ दियारा इलाके में वर्चस्व कायम करना चाहता है।

- बदला लेने के फिराक में है फौजिया

वर्चस्व कायम करने को लेकर कई दफा फौजिया और सिपाही के गैंगवार हो चुकी है। बीते फ्क् जुलाई को मनेर के दियारा इलाके में दोनों गैंग के बीच गैंगवार हुई थी। दिन दहाड़े एके-ब्7 की तड़तड़ाहट लोगों ने सुनी थी। इस गैंगवार में फौजिया के गुर्गे प्रमोद पांडेय को सिपाही के गैंग ने मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद फ् अगस्त फिर से दोनों गैंग के बीच भीड़ंत हुई। जिसमें फिर से फौजिया का एक गुर्गा गोली लगने घायल हो गया था। सोर्स की मानें तो गिरफ्तारी के डर से फरार चल रहा कुख्यात फौजिया सिपाही और उसके गैंग से बदला लेने के फिराक में लगा है। किसी भी वक्त दोनों के बीच खूनी गैंगवार की वारदात हो सकती है। फौजिया अपने गैंग को अत्याधुनिक हथियारों से लैश कर चुका है।

गैंगवार के बाद से ही दियारा इलाकों को खंगाला जा रहा है। फौजिया और सिपाही दोनों ही फरार हैं। पुलिस हर नजर बनाए रख रही है। गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है।

अनुपम कुमार, एएसपी ऑपरेशन, पटना