बैंक में क्लर्क व पीओ की नौकरी बांटने वाले अरेस्ट
Patna: इन चेहरों को आप भी पहचान लीजिए। हो सकता है, आपको ये कहीं नौकरी 'बांटते' मिल जाएं। छोटे-छोटे फायदे के लिए बड़े नुकसान के चक्कर में फंसने से बचें. 

तीन शातिर अरेस्ट 
हालांकि पुलिस इस बड़े गिरोह के इन तीन शातिर मेम्बर्स को अरेस्ट कर चुकी है। इनके पास से भारी मात्रा में स्टूडेंट्स के ऑरिजिनल सर्टिफिकेट्स मिले हैं, जिससे लगता है कि इनका नेटवर्क कितना लम्बा-चौड़ा होगा. 
बीस से पच्चीस हजार एडवांस में
इस गिरोह के पास कई तरीके हैं। एग्जाम में स्कॉलर बिठाने से लेकर थम्ब इंप्रेशन तक बदलने की कूबत रखते हैं। लाखों का खेल खेलने वाले ये शातिर पहले तो बीस से पचास हजार के करीब एडवांस लेते हैं, फिर बाद में आठ से दस लाख रुपए वसूल लेते हैं। इंवेस्टिगेशन के दौरान गिरफ्तार नीरज कुमार के अकाउंट में आठ लाख रुपए होने का पता चला। पुलिस ने एक और नीरज कुमार को अरेस्ट किया है, जिसे संडे को हुए एसएससी के एग्जाम के लिए प्लेन से दिल्ली से यहां लाया गया था। उसे हवाई जहाज का टिकट देकर कंकड़बाग के चिरैयांटांड़ हाई स्कूल में एग्जाम दिलवाया गया। उसने राकेश रंजन के बदले एग्जाम दिया. 
औरंगाबाद का नीरज है सरगना  
पुलिस को गुप्त सूचना मिली, जिसके बाद नीरज को गिरफ्तार किया गया। उसके पास से राजीव रंजन का एडमिट कार्ड मिला और पूछताछ में सब क्लीयर हो गया। स्कॉलर नीरज जब गिरफ्तार हुआ, तो उसने पुलिस को औरंगाबाद के नीरज के बारे में बताया। वहां जब पुलिस ने रेड की, तो वह भी चौंक पड़ी। वहां सैकड़ों स्टूडेंटस के अप्लीकेशन फॉर्म से लेकर एडमिट कार्ड तक मिले। वहां से एक लाख रुपया भी बरामद किया गया। आशंका है कि ये रुपए एडवांस के रूप में लिए गए हैं.


सीनियर एसपी को मिली गुप्त सूचना के आधार पर एक टीम बनी, जिसके बाद यह सफलता मिली। यह बड़ा नेटवर्क है, जिसके और भी मेम्बर्स पकड़े जाने हैं। कई ऐसे साक्ष्य मिले हैं, जो यह साबित करते हैं कि ये लोग क्लर्क से लेकर पीओ तक की नौकरी दिलवाते थे. 
जयंत कांत, सिटी एसपी 

Arrested
नीरज कुमार, मसौढ़ी, पटना
नीरज कुमार चौधरी, सिरस, बारूण औरंगाबाद
किशुन कुमार, नालंदा

Obtained
- 99 हजार रुपए कैश
- 150 से अधिक ऑरिजनल सर्टिफिकेट्स के आलावा सैकड़ों अप्लीकेशन फॉर्म.




ऐसे बदलते हैं थम्ब इंप्रेशन
नौकरी के नाम फर्जीवाड़ा करने वालों ने अब थम्ब इंप्रेशन भी बदलना शुरू कर दिया है, ताकि जो भी करें पक्का हो। एग्जाम में सिग्नेचर के अलावा थम्ब इंप्रेशन भी लिए जाते हैं। ऐसे में फेविकॉल को पानी में डालकर उस पर थम्ब रख दिया जाता है। इसके बाद पतली लेयर अंगूठे पर लग जाती है, जिसे निकालकर दूसरे के अंगूठे पर गोंद से चिपका दिया जाता है। एक्जाम से पहले चिपका लेते हैं, फिर बाद में हटा लेते हैं। गिरफ्तार किशन कुमार इस काम को बारीकी से करता है. 

डायरी खालेगी कई सफेदपोशों का राज   
पुलिस ने इनके पास से एक डायरी भी बरामद की है, जिसमें कई नम्बर्स और नाम हैं। किनसे, किस एग्जाम को पास करवाने के लिए कितने की बोली लगी है, यह सब उसमें दर्ज है। इस गैंग का नेटवर्क कहां तक फैला है, इसकी भी जानकारी मिलेगी। सिटी एसपी जयंत कांत ने बताया कि कुछ लोग अभी नहीं पकड़े गए हैं, जल्द ही वे गिरफ्तार हो जाएंगे। डायरी से कई और बातें सामने आएंगी.

लड़की स्कॉलर भी बिठाते हैं
इस गिरोह के पास से बरामद सर्टिफिकेट्स में लड़कियों के भी एडमिट कार्ड मिले हैं। इससे साफ है कि ये लोग लड़कियों को भी फर्जी नौकरी देते थे। लड़कों को तो इनकी जगह बिठाएंगे नहीं, इसलिए यह भी आशंका है कि वे लड़कियों को भी स्कॉलर के रूप में यूज करते होंगे। वैसे पुलिस इस सभी पहलुओं पर पड़ताल कर रही है.

तीन शातिर अरेस्ट 
हालांकि पुलिस इस बड़े गिरोह के इन तीन शातिर मेम्बर्स को अरेस्ट कर चुकी है। इनके पास से भारी मात्रा में स्टूडेंट्स के ऑरिजिनल सर्टिफिकेट्स मिले हैं, जिससे लगता है कि इनका नेटवर्क कितना लम्बा-चौड़ा होगा. 

बीस से पच्चीस हजार एडवांस में
इस गिरोह के पास कई तरीके हैं। एग्जाम में स्कॉलर बिठाने से लेकर थम्ब इंप्रेशन तक बदलने की कूबत रखते हैं। लाखों का खेल खेलने वाले ये शातिर पहले तो बीस से पचास हजार के करीब एडवांस लेते हैं, फिर बाद में आठ से दस लाख रुपए वसूल लेते हैं। इंवेस्टिगेशन के दौरान गिरफ्तार नीरज कुमार के अकाउंट में आठ लाख रुपए होने का पता चला। पुलिस ने एक और नीरज कुमार को अरेस्ट किया है, जिसे संडे को हुए एसएससी के एग्जाम के लिए प्लेन से दिल्ली से यहां लाया गया था। उसे हवाई जहाज का टिकट देकर कंकड़बाग के चिरैयांटांड़ हाई स्कूल में एग्जाम दिलवाया गया। उसने राकेश रंजन के बदले एग्जाम दिया. 

औरंगाबाद का नीरज है सरगना  
पुलिस को गुप्त सूचना मिली, जिसके बाद नीरज को गिरफ्तार किया गया। उसके पास से राजीव रंजन का एडमिट कार्ड मिला और पूछताछ में सब क्लीयर हो गया। स्कॉलर नीरज जब गिरफ्तार हुआ, तो उसने पुलिस को औरंगाबाद के नीरज के बारे में बताया। वहां जब पुलिस ने रेड की, तो वह भी चौंक पड़ी। वहां सैकड़ों स्टूडेंटस के अप्लीकेशन फॉर्म से लेकर एडमिट कार्ड तक मिले। वहां से एक लाख रुपया भी बरामद किया गया। आशंका है कि ये रुपए एडवांस के रूप में लिए गए हैं।

Arrested
नीरज कुमार, मसौढ़ी, पटना
नीरज कुमार चौधरी, सिरस, बारूण औरंगाबाद
किशुन कुमार, नालंदा

Obtained
- 99 हजार रुपए कैश
- 150 से अधिक ऑरिजनल सर्टिफिकेट्स के आलावा सैकड़ों अप्लीकेशन फॉर्म।

ऐसे बदलते हैं थम्ब इंप्रेशन
नौकरी के नाम फर्जीवाड़ा करने वालों ने अब थम्ब इंप्रेशन भी बदलना शुरू कर दिया है, ताकि जो भी करें पक्का हो। एग्जाम में सिग्नेचर के अलावा थम्ब इंप्रेशन भी लिए जाते हैं। ऐसे में फेविकॉल को पानी में डालकर उस पर थम्ब रख दिया जाता है। इसके बाद पतली लेयर अंगूठे पर लग जाती है, जिसे निकालकर दूसरे के अंगूठे पर गोंद से चिपका दिया जाता है। एक्जाम से पहले चिपका लेते हैं, फिर बाद में हटा लेते हैं। गिरफ्तार किशन कुमार इस काम को बारीकी से करता है. 

डायरी खालेगी कई सफेदपोशों का राज   
पुलिस ने इनके पास से एक डायरी भी बरामद की है, जिसमें कई नम्बर्स और नाम हैं। किनसे, किस एग्जाम को पास करवाने के लिए कितने की बोली लगी है, यह सब उसमें दर्ज है। इस गैंग का नेटवर्क कहां तक फैला है, इसकी भी जानकारी मिलेगी। सिटी एसपी जयंत कांत ने बताया कि कुछ लोग अभी नहीं पकड़े गए हैं, जल्द ही वे गिरफ्तार हो जाएंगे। डायरी से कई और बातें सामने आएंगी।

लड़की स्कॉलर भी बिठाते हैं
इस गिरोह के पास से बरामद सर्टिफिकेट्स में लड़कियों के भी एडमिट कार्ड मिले हैं। इससे साफ है कि ये लोग लड़कियों को भी फर्जी नौकरी देते थे। लड़कों को तो इनकी जगह बिठाएंगे नहीं, इसलिए यह भी आशंका है कि वे लड़कियों को भी स्कॉलर के रूप में यूज करते होंगे। वैसे पुलिस इस सभी पहलुओं पर पड़ताल कर रही है।

सीनियर एसपी को मिली गुप्त सूचना के आधार पर एक टीम बनी, जिसके बाद यह सफलता मिली। यह बड़ा नेटवर्क है, जिसके और भी मेम्बर्स पकड़े जाने हैं। कई ऐसे साक्ष्य मिले हैं, जो यह साबित करते हैं कि ये लोग क्लर्क से लेकर पीओ तक की नौकरी दिलवाते थे. 
जयंत कांत, सिटी एसपी