-रात 10 बजे के बाद किसी चौराहे पर नहीं दिखती पटना पुलिस

-सड़क पर घूमने वालों को टोकने वाला भी कोई नहीं

PATNA: कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए पटना समेत पूरे बिहार में आज से लॉकडाउन-3 लगाया गया है, ताकि लोगों के बेवजह आने-जाने पर रोक लग सके। इसके लिए पटना के सभी प्रमुख

चौक-चौराहों पर पुलिस तैनात की गई है। दिन में तो चौक-चौराहों पर पटना पुलिस मुस्तैद दिखती है, लेकिन रात 10 बजे के बाद पुलिस ड्यूटी से अनलॉक हो जाती है यानी कहीं दिखती ही नहीं है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने देर रात पटना के प्रमुख चौराहों का दौरा किया तो कहीं भी पुलिसकर्मी तैनात नहीं दिखे। जबकि लोग बेरोकटोक आते-जाते रहे।

कहीं नहीं दिखी पुलिस

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम रात 10 बजे के बाद पॉलिटेक्निक मोड़, पाटलिपुत्र गोलंबर, एसकेपुरी, बोरिंग रोड चौराहा, हाईकोर्ट मोड़, इनकम टैक्स गोलंबर, डाकबंगला चौराहा समेत कई इलाके की पड़ताल की। इस दौरान कहीं न तो पुलिमकर्मी दिखे और न ही पुलिस की पेट्रोलिंग गाड़ी। लॉकडाउन के बावजूद लोग पैदल, साइकिल, बाइक और कार से बेरोकटोक

आते-जाते दिखे।

सिर्फ सुबह-शाम चौकसी

पटना में पेट्रोलिंग का हाल यह है कि पुलिस सुबह-शाम तो खूब चौकसी बरतती है। लेकिन देर रात शहर की प्रमुख सड़कों से गायब हो जाती है। जिसका फायदा अपराधी उठाते हैं। लोगों का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से सड़क पर कम लोग दिखाई दे रहे हैं। यदि कोई इमरजेंसी में कहीं जा रहा है और अपराधी लूट को अंजाम देने लगे तो उसे बचाने वाला कोई नहीं है।

क्राइम का प्राइम व पुलिस का रेस्ट

पटना में क्राइम का प्राइम टाइम रात 8 से 12 बजे के बीच माना जाता है। इसके बावजूद पुलिस रात में सड़कों पर नजर नहीं आती है। इंडिगो मैनेजर रूपेश सिंह की हत्या भी रात लगभग 8 बजे हुई थी। इसके बावजूद पुलिस सबक नहीं ले रही है। वहीं, पुलिस 10 बजे के बाद रेस्ट फरमाने लगती है।

क्विक मोबाइल भी गायब

गलियों और मोहल्लों में क्विक मोबाइल टीम तैनात की गई है। जो अपराधियों पर नजर रखती है। लेकिन क्विक मोबाइल वाले कहां ड्यूटी करते हैं। इसकी जानकारी लोगों को नहीं है। जब दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने रात में कई मोहल्ले का जायजा लिया तो कहीं भी क्विक मोबाइल टीम नजर नहीं आई।

डाकबंगला चौराहा

यह शहर का प्रमुख चौराहा है। इसके आसपास कई बड़े-बड़े मॉल हैं। इसके बावजूद यहां पुलिसकर्मी रात में तैनात नहीं रहते हैं।

बोरिंग रोड चौराहा

अपराध के लिए यह चौराहा काफी संवेदनशील है। आसपास के इलाके में देर रात कई वारदात हो चुकी हैं। इसके बावजूद इस चौराहे पर किसी पुलिसकर्मी तैनात नहीं हैं।

पॉलिटेक्निक मोड़

इस मोड़ के आसपास लूट और छीनाझपटी की वारदात कई बार हो चुकी है। इस मोड़ के पास कई गलियां हैं। जिसका फायदा अपराधी उठाते हैं। वारदात को अंजाम देकर अपराधी गलियों के रास्ते फरार हो जाते हैं।