PATNA CITY : तख्तश्री हरिमंदिर जी प्रबंधक कमेटी की मीटिंग में उस समय विपक्ष को मुंह की खानी पड़ी जब बैठक में चार मेंबर नहीं दिखे। नतीजा यह हुआ कि स्थिति शुरू में ही साफ हो गई और सत्ता पक्ष की बल्ले-बल्ले रही।

बनाई आपस में सहमति

मिली जानकारी के मुताबिक मीटिंग शुरू होने के टाइम तक प्रेसिडेंट अवतार सिंह मक्कड़ नहीं आ सके थे। जबकि एक्स प्रेसिडेंट प्रो। आरएस गांधी समेत चार मेंबर विपक्ष के अब्सेंट हो गए। उसी टाइम स्पष्ट हो गया कि मक्कड़ गुट की कुर्सी सलामत रह गई है। जूनियर वाइस प्रेसिडेंट कंवलजीत कौर और सचिव महेंद्र सिंह छाबड़ा की शिकायत थी कि महासचिव निर्णय लेने या अफसरों के साथ मीटिंग में तालमेल नहीं बिठाते हैं। इसलिए उन्होंने खुद इस मामले में महासचिव से बात की। इसके बाद सचिव और वरीय उपाध्यक्ष की बात हुई। इसके बाद आपस में सहमति बन गई और विपक्ष की रणनीति फेल हो गई।

-साथ देने का कहकर पलट गए

उपाध्यक्ष कंवलजीत और सचिव छाबड़ा का कहना था कि विपक्ष में कुछ मेंबर ऐसे हैं कि उधर भी जाने पर स्थिति बहुत बेहतर नहीं होती। इसी कारण से हम सबों ने फिर से कटुता वाले मुद्दे पर बात कर एकता बना ली। विदित हो कि उपाध्यक्ष और सचिव विपक्ष के तीन मेंबरों को साथ लेकर रिक्यूजिशन मीटिंग बुलाने की नोटिस दी थी। पांच मार्च को होने वाली मीटिंग के दो दिन पूर्व तक दोनों पोस्टहोल्डर विपक्ष के संपर्क में और साथ देने की बात कह ऐन वक्त पर पलट गए।

दो पोस्टहोल्डरों ने रिक्यूजिशन मीटिंग बुलाने को लेकर साइन की और ऐन वक्त पर निर्णय बदल दिया। लेकिन विपक्ष सारी स्थितियों पर नजर रखे हुए था और रणनीति बना रहे हैं।

चरणजीत सिंह, पूर्व महासचिव, तख्तश्री कमेटी