मौसम विभाग की मानें तो मंगलवार शाम तक पटना में 1.4 मिलीमीटर बारिश होने से अधिकतम तापमान में करीब चार डिग्री तक गिरावट दर्ज की गई है। उलटे कदम चले इस मौसम से रबी फसलों को काफी फायदा होगा। वहीं पटनाइट्स को परेशानी यह हुई कि उन्हें कुछ स्थानों पर ट्रैफिक की जाम से दो-चार होना पड़ा। हालांकि, बुधवार को भी गरज के साथ छींटे पडऩे तो कुछ स्थानों पर ओला गिरने की संभावना है। इस दौरान अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 9 से 10 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है.
वेस्टर्न डिस्टरबेंस का है असर
मौसम के बदले मिजाज के बारे में पटना स्थित मौसम विभाग के डिप्टी डायरेक्टर आरके गिरि ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस के प्रभाव और ओडिशा में बने हाई प्रेशर के आगे खिसकते हुए झारखंड में मर्ज होने कारण झारखंड में वर्षा हुई। उधर, उत्तर पश्चिमी दिशा चली नमीयुक्त हवा से बिहार, विशेषकर दक्षिणी बिहार में प्रवेश कर यहां के विभिन्न जिलों में फुहार वाली वर्षा हुई है। उन्होंने कहा कि अभी दो दिन तक वेस्टर्न डिस्टरवेंस का असर रहेगा। तापमान में गिरावट अस्थाई हैै। इसके बाद मौसम सामान्य होने लगेगा.
फुहार के बाद 19 जनवरी गर्म
यदि बीते वर्ष यानि 19 जनवरी, 2015 से इस वर्ष के 19 जनवरी से तुलना करें तो पता चलता है कि अधिकतम और न्यूनतम दोनों ही बीते साल से अधिक है। इस बार पटना का अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 23.3 और 11.2 दर्ज किया गया जबकि बीते वर्ष यह 17.0 और 9.5 दर्ज किया गया था.
रांची से भी ज्यादा ठंड पटना में
वेस्टर्न डिस्टर्वेंस के कारण मौसम में आए इस बदलाव के बाद की ताजा स्थिति पर गौर करें तो गंगटोक के बाद पटना का अधिकतम और न्यूनतम तापमान सबसे कम दर्ज किया गया। सिक्किम की राजधानी गंगटोक में अगले 48 घंटे का अनुमान है कि यहां अधिकतम तापमान 13.6 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम तापमान 5.7 डिग्री सेल्सियस रहेगा। जबकि पटना का अनुमान है कि यहां अधिकतम और न्यनतम क्रमश: 23.3 डिग्री सेल्सियस और 11.2 डिग्री सेल्सियस रहेगा। अगले दो दिनों में कोलकाता का अधिकतम 27.3 जबकि भुवनेश्वर में सर्वाधिक 31.2डिग्री रहेगा। जबकि रांची का तापमान क्रमश: 25.5 और 14.4 रहेगा.
मौसम विभाग की मानें तो मंगलवार शाम तक पटना में 1.4 मिलीमीटर बारिश होने से अधिकतम तापमान में करीब चार डिग्री तक गिरावट दर्ज की गई है। उलटे कदम चले इस मौसम से रबी फसलों को काफी फायदा होगा। वहीं पटनाइट्स को परेशानी यह हुई कि उन्हें कुछ स्थानों पर ट्रैफिक की जाम से दो-चार होना पड़ा। हालांकि, बुधवार को भी गरज के साथ छींटे पडऩे तो कुछ स्थानों पर ओला गिरने की संभावना है। इस दौरान अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 9 से 10 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
मौसम के बदले मिजाज के बारे में पटना स्थित मौसम विभाग के डिप्टी डायरेक्टर आरके गिरि ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस के प्रभाव और ओडिशा में बने हाई प्रेशर के आगे खिसकते हुए झारखंड में मर्ज होने कारण झारखंड में वर्षा हुई। उधर, उत्तर पश्चिमी दिशा चली नमीयुक्त हवा से बिहार, विशेषकर दक्षिणी बिहार में प्रवेश कर यहां के विभिन्न जिलों में फुहार वाली वर्षा हुई है। उन्होंने कहा कि अभी दो दिन तक वेस्टर्न डिस्टरवेंस का असर रहेगा। तापमान में गिरावट अस्थाई हैै। इसके बाद मौसम सामान्य होने लगेगा।
यदि बीते वर्ष यानि 19 जनवरी, 2015 से इस वर्ष के 19 जनवरी से तुलना करें तो पता चलता है कि अधिकतम और न्यूनतम दोनों ही बीते साल से अधिक है। इस बार पटना का अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 23.3 और 11.2 दर्ज किया गया जबकि बीते वर्ष यह 17.0 और 9.5 दर्ज किया गया था।
रांची से भी ज्यादा ठंड पटना में
वेस्टर्न डिस्टर्वेंस के कारण मौसम में आए इस बदलाव के बाद की ताजा स्थिति पर गौर करें तो गंगटोक के बाद पटना का अधिकतम और न्यूनतम तापमान सबसे कम दर्ज किया गया। सिक्किम की राजधानी गंगटोक में अगले 48 घंटे का अनुमान है कि यहां अधिकतम तापमान 13.6 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम तापमान 5.7 डिग्री सेल्सियस रहेगा। जबकि पटना का अनुमान है कि यहां अधिकतम और न्यनतम क्रमश: 23.3 डिग्री सेल्सियस और 11.2 डिग्री सेल्सियस रहेगा। अगले दो दिनों में कोलकाता का अधिकतम 27.3 जबकि भुवनेश्वर में सर्वाधिक 31.2डिग्री रहेगा। जबकि रांची का तापमान क्रमश: 25.5 और 14.4 रहेगा।
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