PATNA: बिहार में पूर्ण शराबबंदी है और इसे प्रभावी बनाने के लिए हर पुलिस वाले को शपथ दिलाई गई है कि वह न तो शराब पीएंगे और न ही किसी को पीने देंगे। लेकिन पुलिस वाले शपथ तोड़ने के साथ सीएम के निर्देश को भी ठेंगा दिखा रहे हैं। शराबबंदी कानून को चुनौती देने का नया मामला बेउर थाना का सामने आया है जहां पुलिस पर शराब कारोबारियों को संरक्षण देने का आरोप लगा है।

- कानून को रख दिया ताक पर

सूत्रों की मानें तो ख्8, ख्9 और फ्0 जनवरी को बेउर थाना एरिया में शराब का जमकर कारोबार हुआ। इस दौरान थाना प्रभारी धीरेंद्र पांडेय अवकाश पर थे। पुलिस कर्मियों ने कई शराब के कारोबारियों से डील की और कई को गिरफ्तार करने के बाद छोड़ दिया। इतना ही नहीं थाना के कुछ पुलिस कर्मियों की सेटिंग से बेउर थाना एरिया में शराब का कारोबार भी चलता रहा है।

- मिली शिकायत तो उड़ गए होश

मामला जब डीआईजी सेंट्रल शालिन तक पहुंचा तो उन्होंने इसकी जांच कराकर थाना पर तैनात सभी अफसरों और कर्मियों को हटाने का आदेश दे दिया। जिससे शराबबंदी कानून के उल्लंघन की चल रही जांच प्रभावित नहीं हो।

शराबबंदी कानून के उल्लंघन का मामला गंभीर है। इसकी जांच सिटी एसपी वेस्ट को दी गई है। एसएचओ बेउर सहित थाना में तैनात सभी पदाधिकारियों व कर्मियों को शीघ्र हटाने का आदेश दिया गया है।

- शालिन, डीआईजी पटना सेंट्रल