शिवमोग्गा (एएनआई)।किसान आंदोलन के संयोजक केटी गंगाद्वार का कहना है कि भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता युधवीर सिंह और राकेश टिकैत 20 मार्च को शिवमोग्गा शहर में किसान विरोध रैली में भाग लेंगे। वे राज्य में प्रदर्शनकारी किसानों को संबोधित करेंगे और वे किसान महापंचायत भी करेंगे। उन्हाेंने कहा कि केंद्र सरकार ने एक अध्यादेश के माध्यम से कृषि बिल पारित किए है जो अलोकतांत्रिक हैं। हमने कर्नाटक राज्य भूमि सुधार संशोधन अधिनियम सहित कानूनों का बहिष्कार करने का फैसला किया। हमने कन्नड़ समूहों, दलित संगठनों सहित सभी संगठनों को एकजुट करने का फैसला किया, हम किसानों की ताकत दिखाने के लिए शिवमोग्गा में मिलेंगे,

कगोडु थिम्मप्पा जैसे महान नेता हमारे साथ
शिवमोग्गा का समाजवादी और किसान आंदोलनों का इतिहास है। कगोडु थिम्मप्पा जैसे महान नेता हमारे साथ हैं। यह एक बड़ा आंदोलन होगा और हम सरकार को एक नया संदेश देंगे, धीरे-धीरे इसका विस्तार दक्षिणी राज्यों तक हो जाएगा। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने दोहराया है कि केंद्र सरकार किसी भी समय प्रदर्शनकारी किसानों से बात करने के लिए तैयार है। यह तब कहा गया जब किसान नेता राकेश टिकैत ने मंगलवार को केंद्र सरकार पर तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए दबाव बनाने के लिए 40 लाख ट्रैक्टरों के साथ संसद में जाने की योजना की घोषणा की थी।

विभिन्न सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं किसान
वहीं गुरुवार को संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा बुधवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को पत्र लिखकर किसान आंदोलन के दौरान जेलों में बंद निर्दोष किसानों की बिना शर्त रिहाई की मांग की है। किसान तीन नए अधिनियमित खेत कानूनों के खिलाफ 26 नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं - किसान उपज व्‍यापार एवं वाणिज्‍य (संवर्धन एवं सुविधा) विधेयक, 2020 , किसानों (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) का मूल्‍य आश्‍वासन अनुबंध एवं कृषि सेवाएं विधेयक, 2020 और आवश्‍यक वस्‍तु (संशोधन) विधेयक, 2020 का विरोध हो रहा है।

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