-माघ मेला कंट्रोल रूम में लगे सीसीटीवी कैमरे से भीड़ पर रखी जा रही थी नजर

<-माघ मेला कंट्रोल रूम में लगे सीसीटीवी कैमरे से भीड़ पर रखी जा रही थी नजर

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: माघ मेला में हर किसी पर नजर रखी जा रही थी। माघ मेला एरिया में हर जगह पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। कैमरे की नजर से पुलिस कंट्रोल रूम में बैठ कर आधी रात से लेकर मौनी अमावस्या के स्नान पर्व तक नजर लगाए रही। जिस सड़क से श्रद्धालुओं का रेला संगम की तरफ बढ़ रहा था, उस एरिया के पुलिस आफिसर को इसकी जानकारी दी जा रही थी। कैमरे की नजर ने किसी का भी बचना मुश्किल था।

रात बाहर बजे

कंट्रोल रूम के मुताबिक मौनी अमावस्या के एक दिन पहले ही यानी सोमवार की शाम से ही श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने लगी थी। रात में ऐसा नजारा था कि जैसे उसी रात में श्रद्धालुओं को स्नान करना है। अगर स्नान की बात करें तो आधी रात यानी बारह बजते ही श्रद्धालु संगम नोज पहुंचने लगे और स्नान करके वापसी भी शुरू हो गई। यह सिलसिला शुरू होने के बाद रुका नहीं।

सुबह पांच बजे

आधी रात के एक बार श्रद्धालुओं का हुजूम पहुंचा था। उसके बाद से यह क्रम धीमे हो गया। फिर अचानक सुबह साढ़े चार बजे से झूंसी साइड से और सिटी साइड से श्रद्धालुओं का रेला पहुंचने लगा। एक साथ श्रद्धालुओं की भीड़ को देखकर पुलिस टीम को एलर्ट कर दी गई।

सुबह 9 बजे

पांच बजे से सात बजे तक भीड़ आती रही। फिर यह क्रम थोड़ी धीमी पड़ गई। उसके बाद 9 बजे के आसपास एक बार फिर श्रद्धालुओं का रेला उमड़ा। इस वक्त ग्रहों के फेर में लोग 9 बजे स्नान करने पहुंच रहे थे। फिर दोपहर बाद जब धूप निकली तो लोकल भीड़ बढ़ती नजर आई। स्टेशन और झूंसी से आने वाली भीड़ पर पुलिस की खास नजर थी।

एक साथ बढ़ रही थी भीड़

कंट्रोल रूम से मेला एसपी भीड़ पर नजर रखे हुए थे। सीसीटीवी कंट्रोल रूम में ड्यूटी लगे पुलिस वालों को खास हिदायत दी गई थी कि वे मॉब बढ़ने पर तत्काल ट्रैफिक डाइवर्ट करने को बताएं। पुलिस के लिए संगम नोज की तरफ ही श्रद्धालुओं का मंदिर की ओर निकलने वाला रेला को कंट्रोल करना कम चैलेंज नहीं था। दरअसल, किला के अंदर का मंदिर भी खोल दिया गया था। इसकी निकासी भी बड़े हनुमान मंदिर की तरफ थी। वहां से निकल कर श्रद्धालु मंदिर जा रहे थे। इसलिए एक साथ हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का रेला निकल रहा था।