चाबहार पर हुआ समझौता
चाबहार बंदरगाह पर भारत और ईरान के बीच ऐतिहासिक समझौता हो गया है। संयुक्त वक्तव्य में पीएम ने कहा कि भारत चाबहार में इंफ्रास्ट्रक्चर और दूसरी सुविधाओं के लिए 500 मिलियन डॉलर का निवेश करेगा। चाबहार समझौता दोनों देशों के लिए अविस्मरणीय है। उन्होंने कहा कि चाबहार समझौते के जरिए दोनों देश रणनीतिक संबंधों में नई कहानी लिखेंगे। इस समझौते के जरिए भारत, ईरान और अफगानिस्तान एक दूसरे के और करीब आएंगे। उन्होंने कहा कि तीनों देशों के बीच ट्रांसपोर्ट और ट्राजिंट के लिए ट्राइलैटरल समझौते पर हस्ताक्षर होंगे।

एक चुनौती
पीएम ने कहा कि भारत को गर्व है कि वो ईरान के साथ मुश्किल हालातों में भी खड़ा रहा। वो इस बात को भी कभी नहीं भूल सकते कि 2001 में गुजरात में भूकंप के बाद ईरान ने किस तरह से मदद की थी। उन्होंने कहा कि आतंकवाद,चरमपंथ और साइबर क्राइम मौजूदा समय में सबसे बड़ी चुनौती है। दोनों देशों ने इन चुनौतियों का सामना करने के लिए नियमित तौर पर बैठक करने पर सहमति दी। इसके अलावा आतंकवाद का सामना करने के लिए सूचनाओं को साझा करने पर जोर दिया गया। पीएम मोदी ने संयुक्त वक्तव्य की शुरुआत करते हुए कहा कि वो भारत की एक अरब 25 करोड़ जनता की तरफ से ईरानी लोगों का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि रिश्तों में उतार और चढ़ाव के बाद भी हम एक तरह की विरासत को साझा करते हैं। पीएम ने कहा कि दोनों देश नए दोस्त नहीं हैं। हमारी दोस्ती उतनी ही पुरानी है जितना इतिहास पुराना है।

दो दिन की ईरान यात्रा पर मोदी
पीएम मोदी ईरान की अपनी दो दिवसीय यात्रा पर हैं। आज सुबह ईरान की राजधानी तेहरान में उनका औपचारिक रूप से स्वागत किया गया। वहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस दौरान भारत का राष्ट्रगान जन-गण-मन भी गूंजता रहा। तेहरान में पीएम मोदी के स्वागत के दौरान ईरान के राष्ट्रपति हसन रोहानी भी मौजूद थे। पीएम मोदी और राष्ट्रपति रोहानी की बीच आज ही उच्च स्तरीय बैठक हुई। दौरान मोदी ईरान के सबसे बड़े धर्मगुरू खमैनी से भी मिलेंगे। बता दें कि पीएम मोदी रविवार रात ही दो दिन के दौरे पर ईरान पहुंचे हैं।

International News inextlive from World News Desk

 

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