डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 13 April 2021 मंगलवार को द्वितीया तिथि 11:50:41 तक तदोपरान्त तृतीया तिथि हैं। अमावस्या तिथि के स्वामी पित्र देव हैं। द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म हैं तथा तृतीया तिथि के स्वामिनी माँ पार्वती हैं। मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा का विशेष महत्व है। आज के दिन उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से गुड़ खाकर जायें। इस तिथि में बैंगन और नींबू नही खाना चाहिए यह तिथि प्रतिष्ठा, यात्रा, विवाह, आभूषण आदि के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।
13 अप्रैल 2021 दिन- मंगलवार का पंचांग
सूर्योदयः- प्रातः 05:39:43
सूर्यास्तः- सायं 06:17:08
विशेषः- मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा का विशेष महत्व है।
विक्रम संवतः- 2077
शक संवतः- 1942
आयनः- उत्तरायण
ऋतुः- बसंत ऋतु
मासः- चैत्र माह
पक्षः- शुक्ल पक्ष
तिथिः- द्वितीया तिथि 11:50:41 तक तदोपरान्त तृतीया तिथि
तिथि स्वामीः- द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म हैं तथा तृतीया तिथि के स्वामिनी माँ पार्वती हैं।
नक्षत्रः- अश्विनि नक्षत्र 14:19:00 तक तदोपरान्त भरणी
नक्षत्र स्वामीः- अश्विनि नक्षत्र के स्वामी केतु देव जी हैं तथा भरणी नक्षत्र के स्वामी शुक्र देव जी है।
योगः- विषकुंभ 15:14:55 तक तदोपरान्त विषकुंभ
दिशाशूलः- आज के दिन उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से गुड़ खाकर जायें।
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 12:22:00 P.M से 01:57:00 P.M तक
राहुकालः- आज का राहु काल 03:33:00P.M से 05:09:00P. M तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में बैंगन और नींबू नही खाना चाहिए यह तिथि प्रतिष्ठा, यात्रा, विवाह, आभूषण आदि के लिए शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”