समझदारों को समझदारी सिखाने की सलाह दी यूपी के मुख्य चुनाव आयुक्त ने

मतदान के दिन पिकनिक पर जाने वालों को मतदान के लिए प्रेरित किया जाएगा

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काफी प्रयास के बावजूद प्रदेश में मतदान प्रतिशत नहीं बढ़ने से निर्वाचन आयोग काफी चिंतित है. हालांकि कम मतदान की वजह ढूंढ़ ली गई है. ये कमी है मतदान के दिन को पढ़े लिखे वर्ग द्वारा हॉलीडे और पिकनिक डे मनाने की परंपरा. जब तक ये समझदार लोग समझदारी नहीं दिखाएंगे मतदान प्रतिशत बढ़ाने के सभी प्रयास विफल होते रहेंगे. यह कहना है उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त एल. वेकेंटेश्वर लू का.

पांच फीसद बढ़ाने का लक्ष्य

प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल. वेकेंटेश्वर लू गुरुवार को वाराणसी में थे. उन्होंने कमिश्नरी सभा में वाराणसी और मिर्जापुर के अफसरों के साथ बैठक की. उन्होंने मतदान प्रतिशत में न्यूनतम पांच फीसदी की बढ़ोतरी का लक्ष्य दिया है.

यूपी के लिए शर्म की बात

मुख्य निवार्चन आयुक्त ने कहा कि यह शर्म की बात है कि राजस्थान, मध्य प्रदेश जैसे प्रदेशों में मतदान प्रतिशत 70 फीसद तक पहुंच जा रहा है, लेकिन यूपी में 60 फीसद से ज्यादा पहुंच ही नहीं पा रहा है, यह चिंतनीय है. निर्वाचन आयोग पूरी मुस्तैदी से लगा है कि अब अंतिम चरण के मतदान में मतदान प्रतिशत में वृद्धि हो. इसके लिए जिला प्रशासन ही नहीं बल्कि सामाजिक संस्थाएं भी लगी हैं. समझदारों को जागरूक करने के लिए संभ्रांत लोगों की टीम बनायी जा रही है. टीम का प्रयास होगा कि समझदार लोग पिकनिक पर जाने की बजाय मतदान केंद्रों पर जाएं.

लोकतंत्र के लिए वोट करना जरूरी

उन्होंने कहा कि अच्छे माहौल में मतदान कराना लक्ष्य है. लोकतंत्र की मजबूती के लिए अच्छे व्यक्ति का चुनाव, संविधान, समाज, न्याय, बंधुत्व को बढ़ावा देने के लिए मतदान जरूर करना चाहिए. अगर कोई प्रत्याशी पसंद नहीं तो ईवीएम में नोटा का भी ऑप्शन है. मतदाता उसका भी प्रयोग कर सकते हैं, लेकिन हर मतदाता को चाहिए कि वह सबसे बेहतर प्रत्याशी को मतदान करे.

जौनपुर से बुलायी जाएगी फोर्स

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि शांतिपूर्ण मतदान के लिए केंद्रीय सुरक्षा बल, पीएसी और पुलिस के जवान लगाए जाएंगे. वाराणसी सहित पूवरंचल के जिलों में संवेदनशील बूथों की संख्या में वृद्धि के मद्देनजर जरूरत पड़ी तो जिन-जिन क्षेत्रों में मतदान हो चुका है वहां से सुरक्षा बल मंगा कर तैनात किए जाएंगे. उदाहरण दिया कि अगर बनारस में अतिरिक्त फोर्स की जरूरत पड़ी तो पड़ोसी जिला जौनपुर से सुरक्षाकर्मियों को बुला कर तैनात किया जाएगा.