राज्य के अधीन क्यों चाहते

देश की राजधानी दिल्ली में इन दिनों वहां की पुलिस पर अपना अधिपत्य को लेकर वहां की राज्य सरकार अड़ी है। जिससे इन दिनों वहां पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के पुलिस प्रमुख यानी की दिल्ली पुलिस कमिश्नर बी एस बस्सी के बीच टकराव है। इस बीच दिल्ली के पुलिस प्रमुख बी एस बस्सी ने कल इस मामले पर अपना तीखा बयान दिया। 2013 में दिल्ली पुलिस के प्रमुख बनने वाले बस्सी का कहना है कि समझ में नहीं आ रहा ळ है कि दिल्ली राज्य की सरकार के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आखिर राजधानी की पुलिस को राज्य के अधीन क्यों करना चाहते हैं। वे समस्याओं का हवाला देकर दिल्ली पुलिस पर कब्जा करने की कोशिश में लगातार जुटे हैं। शहर की शिक्षा, स्वास्थ्य से जैसी आम नागरिकों की समस्याओं की बजाय बस इस समय राज्य सरकार के पास दिल्ली पुलिस मुख्य मामला है।

बिना स्वार्थ के काम कर रही

कमिश्नर बस्सी यही नहीं रुके उनका कहना है कि दिल्ली में कानून और सुरक्षा की 'वर्तमान व्यवस्था सर्वश्रेष्ठ है। ऐसे में अगर दिल्ली की पुलिस राज्य सरकार के अधीन होती है तो वह राजधानी दिल्ली के इतिहास का 'सबसे दुर्भाग्यपूर्ण' दिन होगा। एक नागरिक के रूप में उनका मानना है कि यह कदम दिल्ली के निवासियों के साथ 'अन्याय' होगा, क्योंकि  दिल्ली पुलिस केंद्र सरकार के अधीन 'एकदम सही' और बिना स्वार्थ के काम कर रही है। सबसे खास बात तो यह है कि दिल्ली की पुलिस कभी न तो राज्य सरकार की पार्टी के साथ व्यक्ितगत जुड़ी और न केंद्र सरकार की पार्टी के साथ। उसने हमेशा निष्पक्षता से काम किया है। ऐसे में दिल्ली मुख्यमंत्री को यह मिशन छोड़ कर जनता की समस्याओं को हल करने के लिए सोचना चाहिए। गौरतलब है कि हाल ही में हुए मीनाक्षी हत्याकांड के बाद से दिल्ली की सत्ता संभाले आम आदमी पार्टी वहां की कानून व्यवस्था को लचर बता रही है। जिसके लिए हाल ही में कमिश्नर बस्सी से सीएम अरविंद केजरीवाल से मुलाकात भी हो चुकी है।

Hindi News from India News Desk

National News inextlive from India News Desk