नई दिल्ली (एएनआई / आईएएएनस)राष्ट्रपति भवन में मंगलवार को एक कोरोना वायरस पॉजिटिव केस सामने आने और 125 लोगों सेल्फ आइसोलेशन में भेजे जाने की खबर आई। हालांकि दोपहर में राष्ट्रपति के डिप्टी प्रेस सचिव डॉक्टर निमिष रुस्तगी ने प्रेस रिलीज जारी कर इसका खंडन किया। उन्होंने कहा कि प्रेसिडेंट स्टेट में कोरोना पॉजिटिव की अटकलों पर स्पष्ट किया जा रहा है कि सेंट्रल दिल्ली के एक कोरोना पॉजिटिव मरीज की 13 अप्रैल को नई दिल्ली के बीएल कपूर अस्पताल में मौत हो गई थी। वह न तो राष्ट्रपति सचिवालय का कर्मचारी था और न ही राष्ट्रपति के एस्टेट का निवासी था।

कर्मचारी के परिवार क्वाॅरंटीन किया गया

हालांकि बाद में जब मृतक के संपर्क का पता लगाया गया तो इसमें राष्ट्रपति सचिवालय के एक कर्मचारी के परिवार का एक सदस्य उसके संपर्क में पाया गया था। ऐसे में राष्ट्रपति के एस्टेट के अनुसूची ए क्षेत्र, पॉकेट 1 में परिवार के साथ रहने वाले उस कर्मचारी के परिवार के सभी सात सदस्यों को 16 अप्रैल को ही मंदिर मार्ग पर क्वॉरंटीन किया गया था। वहीं जो मुख्य शख्स मृतक के संपर्क में था वह जांच में कोरोना पॉजिटिव निकला।

115 घरों के लोगों अंदर रहने को कहा गया

हालांकि राष्ट्रपति सचिवालय के कर्मचारी सहित परिवार के दुसरे सभी सदस्यों की रिपोर्ट जांच रिपाेर्ट निगेटिव आई है। वहीं दिशा-निर्देशों के तहत प्रेसिडेंट स्टेट के पॉकेट-1 में 115 घरों के सदस्यों को अंदर ही रहने को कहा गया है। इन परिवारों को आवश्यक वस्तुओं की डोरस्टेप डिलीवरी प्रदान की जा रही है। बता दें कि अब तक राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के 2,081 मामले सामने आए हैं। इसमें 47 लोगों की माैत हो गई है।

National News inextlive from India News Desk