धरे-धरे रह गए दावे

उत्तरप्रदेश में आज होने वाली सीपीएमटी परीक्षा में एक लाख नौ हजार 292 स्टूडेंटों को एग्जाम देना था. इसके लिए प्रदेश में 213 एग्जाम सेंटर्स बनाए गए थे. वहीं लखनऊ में सबसे ज्यादा 43 एग्जाम सेंटर्स हैं. इसकी तैयारियां लंबे समय से हो रही थीं और कल तक दावा किया जा रहा था कि इस बार के एग्जाम को बेहद कुशलता से ऑपरेट किया जाएगा. हालांकि एग्जाम्स को साफ सुथरे तौर ऑर्गनाइज कराने के दावे तब धरे-धरे रह गए जब बैंक के लॉकरों से निकले गए पेपरों के बक्सों की सील टूटी मिली. इसके बाद गाजियाबाद के डीएम ने बक्सों की सील टूटी होने की पुष्टि करने के बाद शासन को जानकारी दी.

स्थानीय स्तर पर जांच

सीपीएमटी एंट्रेंस एग्जाम के पेपर बक्से सील करने के बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और इलाहाबाद बैंक की ब्रांचेज के लॉकर में रखे गए थे. आज एग्जाम शुरू होने से पहले जब बक्सों को स्ट्रांग रूम से बाहर निकाला गया तो उनकी सील टूटी हुई थी. एग्जाम का ऑर्गनाइजर किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी का दावा था कि इस बार एग्जाम साफ-सुथरे तौर पर पूरे होंगे. केजीएमयू का दावा है कि इस बार पेपर का एक सेट डीएम के पास, एक सेट जोनल मजिस्ट्रेट के पास तथा एक सेट एग्जाम के ऑर्गनाइजर के पास है. वहीं पेपर लीक हो जाने के इस मामले में डीएम गाजियाबाद ने कहा कि एग्जान के पेपर लीक होने के कारणों की जांच स्थानीय स्तर पर भी होगी. पुलिस इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच करेगी.

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