- सीआरआरआई ने सिटी के चारों चौराहों का किया सर्वे

- एमडीए से अगले दो दिनों में चारों चौराहों की मांगी पूरी रिपोर्ट

Meerut : सेंट्रल रोड रिसर्च इंस्टीट्यूट ने अपने सर्वे में सिटी के चार प्रमुख चौराहों पर उम्मीद से ज्यादा ट्रैफिक प्रेशर है। चारों चौराहों को देखने के बाद सीआरआरआई की टीम ने अगले दो दिनों में चारों की बेसिक इंफोर्मेशन रिपोर्ट मांगी है। जिसे स्टडी करने के बाद सीआरआरआई आगे की रिपोर्ट बना पाएगी। गौरतलब है कि एमडीए को किसी एक चौराहे पर ही अभी फ्लाईओवर बनाना है।

देखा प्रेशर और ट्रेंड

सीआरआरआई के ट्रैफिक एंड इंजीनियरिंग के हेड डॉ। एस वेलमुरुगन, डॉ। नटराजन और दो इंजीनियरिंग की टीम मेरठ पहुंची। टीम के साथ एमडीए के चीफ इंजीनियर आईएस सिंह और उनकी टीम भी मौजूद थी। सबसे पहले टीम एचआरएस चौराहे पर पहुंची। वहां उन्होंने ट्रैफिक प्रेशर और ट्रेंड को बड़े ही गौर से देखा। वहां फ्लाईओवर की काफी जरुरत बताया। उसके बाद बेगमपुल, हापुड़ अड्डा और तेजगढ़ी जाने के बाद चारों जगहों पर फ्लाईओवर की जरुरत बताई।

दो दिन में मांगी बेसिक इंफोर्मेशन

टीम ने चारों ही चौराहों की दो दिनों में बेसिक इंफोर्मेशन मांगी है। इन सड़कों की चौड़ाई कितनी है? इन सड़कों से कितना ट्रैफिक गुजरता है? टै्रफिक का मोड क्या है? किस समय कितना ट्रैफिक होता है? ये तमाम बातें टीम को बतानी होगी। जिसके बाद इंस्टीट्यूट पीपीआर बनाएगा। पीपीआर बनाने के बाद फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करेगा। उसके बाद अपनी स्टडी रिपोर्ट सौंपेगा। बाद मे एमडीए उससे चाहे तो डीटेल प्रोजेक्ट बनवा सकता है।

आईयूटी और एसपीए भी हैं बाकी

क्9 को इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन ट्रैफिक और स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर की टीम भी आ रही है। वो भी अपने तरीके से सर्वे करेगी। एमडीए के अधिकारियों का कहना है कि तीनों की स्टडी रिपोर्ट देखने के बाद ही डिसीजन लिया जाएगा कि किससे डीपीआर बनवाना है? गौरतलब है कि प्राधिकरण इतने इंस्टीट्यूट्स को इसलिए जोड़ रहा है ताकि ये वेस्ट यूपी के सबसे अच्छे फ्लाईओवर्स में से एक बन सके।

वर्जन

हम तीनों इंस्टीट्यूट्स की स्टडी रिपोर्ट के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। तीनों ही इंस्टीट्यूट बहुत बेहतरीन है। जिसकी रिपोर्ट मेरठ को ज्यादा सूट करेगी उसे ही कंसीडर किया जाएगा।

- आईएस सिंह, चीफ इंजीनियर, एमडीए