नई दिल्ली (एएनआई / पीटीआई) । Cyclone Biparjoy : भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को कहा कि चक्रवाती तूफान 'बिपारजॉय' अगले कुछ घंटो के दौरान पूर्व-मध्य और आसपास के दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर एक बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा। फिलहाल अरब सागर से उठा ये चक्रवात बिपारजॉय गोवा के पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में लगभग 860 किमी और मुंबई से 970 किमी दक्षिण पश्चिम में स्थित है। यह अगले 24 घंटों के दौरान धीरे-धीरे तीव्र होगा और अगले 3 दिनों के दौरान लगभग उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा। अगले तीन से चार दिनों तक गंभीर चक्रवाती तूफान के बने रहने की संभावना है। वहीं आईएमडी के एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि चक्रवात से सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात क्षेत्रों में 9 से 11 जून के बीच बारिश होने की संभावना है।

मछुआरों को वापस लौटने की सलाह

वहीं वेदर एजेंसी स्काईमेट वेदर के मुताबिक तूफान की समुद्री यात्रा लंबी है, इसलिए अनुकूल परिस्थितियों के चलते यह और तेज हो सकता है। इसकी वजह से 8 से 10 जून तक कोंकण-गोवा-महाराष्ट्र तट पर बहुत ऊंची लहरें उठने की संभावना है। इसलिए समुद्र में उतरे मछुआरों को वापस लौटने की सलाह दी गई है। उन्हें सलाह दी गयी है कि जब तक तूफान शांत नहीं होता है तब तक समुद्र में न उतरें।

इन राज्याें में तूफान का दिखेगा असर

गुजरात सरकार संभावित प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। उसने बुधवार को कहा कि गुजरात में मछुआरों को 14 जून तक अरब सागर में नहीं जाने की चेतावनी दी गई है। आईएमडी ने गुजरात, लक्षद्वीप, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में अगले पांच दिनों के लिए हवा की चेतावनी जारी की है। चक्रवात 'बिपारजॉय' का प्रभाव कई दक्षिण-पश्चिमी राज्यों में महसूस किए होगा।

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