-सऊदी अरब में कमाने गए युवक की बीमारी से हुई मौत

-दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की खबर पर तेजी से हुई कार्रवाई

GORAKHPUR: सऊदी अरब के अस्पताल में फंसी सरहरी निवासी जुगानी की डेड बॉडी सोमवार देर रात गांव पहुंची। ताबूत देखते ही परिवार में कोहराम मच गया। मंगलवार सुबह रोहिन नदी किनारे उसका अंतिम संस्कार कराया गया। ढाई साल के बेटे ने पिता की चिता को मुखाग्नि दी तो लोगों की आंखें भर आई। लोग उस मनहूस वक्त को कोसते रहे जब परिवार की बदहाली दूर करने के लिए रोजी-रोटी कमाने युवक विदेश गया था। युवक के मौत होने पर उसका अंतिम संस्कार कर पाने की परिवार की आस टूट चुकी थी। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट में समाचार प्रकाशित होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस प्रकरण में विदेश मंत्रालय को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा था। उनकी पहल पर युवक की डेड बॉडी वतन लौट सकी।

बीमारी से हुई युवक की मौत

सरहरी गांव के श्रीकिशुन बुजुर्ग हो गए हैं। परिवार की जिम्मेदारियों का बोझ बढ़ने पर उनका इकलौता बेटा जुगानी विदेश कमाने चला गया। नौ नवंबर 2015 को वह सऊदी अरब में पहुंचा। वहां एक काफिल के पास उसने नौकरी शुरू कर दी। उसके इनकम से परिवार की बदहाली दूर होने लगी थी। पति के विदेश में कमाने पर पत्‍‌नी शांति को लगा कि उसकी बेटी शिवांगी, सलोनी, सुधा और दो साल के बेटे सत्यम की परवरिश की डगर आसान हो गई। लेकिन किस्मत को यह मंजूर नहीं था। अचानक परिवार की खुशहाली पर दुखों का पहाड़ टूट गया। एक फरवरी 2017 को जुगानी के मौत की सूचना घरवालों को मिली।

परिवार काफी गरीब है। छोटे-छोटे बच्चे हैं। जुगानी के पिता काफी बुजुर्ग हैं। आय का जरिया न होने से परिवार के सामने रोजी-रोटी का संकट है। जब कोई मदद के लिए सामने नहीं आया तो मैंने पहल किया। परिवार को आर्थिक मदद की दरकार है।

धनंजय दुबे, ग्रामीण