1 . हेडली ने बताया कि वह 7 दिसंबर, 1971 से भारत से नफरत करता चला आ रहा है। ये वो समय था जब भारतीय विमानों ने उसके स्कूल के ऊपर बमबारी की थी। उस बमबारी में पूरा स्कूल तहस-नहस हो गया और वहां काम करने वाले सभी लोग मारे गए।

2 . पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी उसके पिता के दोस्त थे और 2011 में उनकी मौत के बाद भी आते-जाते थे।

3 . हेडली ने बताया कि उसके पिता, पाकिस्तान रेडियो के एक पूर्व महानिदेशक इस बात को जानते थे कि वह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का ऑपरेटिव है, लेकिन वह इस बात को स्वीकार नहीं करते थे।

4 . हेडली ने बताया कि उसने शिवसेना के लिए फंड इकट्ठा करने के नाम पर एक कार्यक्रम का आयोजन यूएस में करवाया। इस कार्यक्रम में उन लोगों ने पार्टी के संस्थापक कुलपति बाल ठाकरे को भी आमंत्रित किया था, लेकिन उस कार्यक्रम में उनको मारने का उन लोगों ने कोई प्लान नहीं बनाया था।

5 . 26/11 अटैक से पहले हेडली भारत के न्यूक्लियर प्लांट जरूर आया था, लेकिन मुंबई हमलों से संबंधित निगरानी का संचालन करने के लिए नहीं बल्कि ये देखने के लिए कि क्या वह लश्कर के लिए न्यूक्लियर प्लांट से किसी को अप्वाइंट कर सकता है।

6 . 26/11 से पहले हेडली को लश्कर के संचालक साजिद मीर की ओर से एक मैसेज मिला। इसपर लिखा था कि 'the game is afoot'। इसका मतलब था कि खेल अभी चल रहा है।

7 . हेडली ने बताया कि तहव्वुर राणा ने 26/11 अटैक से पहले उसके लिए एक फेक ई-मेल आईडी बनाई थी। इस ई-मेल आईडी के जरिए वे आपस में संवाद कर सकते थे। इसकी कोई रिकॉर्डिंग नहीं बनी, क्योंकि ये फॉरेन लैंग्वेज में था। इस वजह से ज्यूरी और उसको, दोनों को एक इंग्लिश ट्रांसक्रिप्टर दिया गया था। उसका अनुवाद करने के लिए।

8 . उसने यूएस में तहव्वुर राणा के ट्रायल के दौरान कभी इशरतजहां का नाम नहीं लिया। न ही कभी उसके बारे में पूछा। वह उनके बारे में कुछ भी नहीं जानता था। वह सिर्फ वही करता जा रहा था, जो उसको करने को कहा गया।

9 . वह अपने जेल के स्थान, जहां वह कैद है, उसका खुलासा नहीं कर सकता। न ही तो वह उन सुविधाओं के बारे में बता सकता है जो उसको जेल के अंदर मिलती थीं।

10 . इसके बावजूद ये सच है कि यूएस की जेल में वह एक शानदार और आरामदायक जिंदगी जी रहा है।

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