चार घंटे तक अच्छे से तलाशी ली
जर्मनविंग्स प्लेन क्रैश प्लेन 3 दिन पूर्व ऐल्प्स की पहाड़ियों में क्रैश हो गया था. जिससे इसके बाद इस हादसे की जांच शुरू हो गयी. इस मामले में कई अजीबो गरीब तथ्य सामने आ रहे हैं. प्रॉसिक्यूटर ने अपने बयान में कहा है कि उन्होंने लुबित्ज के फ्लैट से मेडिकल डॉक्यूमेंट्स बरामद किए हैं. जिसमें डॉक्यूमेंट्स को देखने से ऐसा लगता है, जैसे हाल-फिलहाल या फिर प्लेन क्रैश होने के दिन ही उसे फाड़ा गया था. जिससे साफ है कि आरोपी अपने ऐंप्लॉयर से अपनी बीमारी को छिपाना चाहता था. इस पूरे मामले की जांच कर रही पुलिस ने को-पायलट लुबित्ज के फ्लैट की करीब चार घंटे तक अच्छे से तलाशी ली और तथ्य जुटाए. जिससे पुलिस को इस मामले की महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं.सूत्रों की आरोपी पहले इस फ्लैट में वह अपनी गर्लफ्रेंड के साथ रहता था, लेकिन कुछ समय पूर्व उसका ब्रेकअप हो गया था जिससे वह काफी परेशान था.
अकेले ही पूरा कंट्रोल बना लिया था
इस पूरे मामले में फ्रांस के प्रॉसिक्यूटर्स ने को पायलट का पूरा रवैया क्िलयर किया. उन्होंने कॉकपिट के वॉइट रेकॉर्डर का जिक्र करते हुए कहा कि को-पायलट ने प्लेन पर अकेले ही पूरा कंट्रोल बना लिया था और जानबूझकर वह उसे नीचे की तरफ ले जाने लगा. प्लेन के मुख्य पायलट ने इससे पहले ही कॉकपिट छोड़ दिया था और दरवाजा लॉक होने के बाद वह अंदर नहीं आ सका था. उसने दरवाजे को तोड़ने की कोशिश भी की थी. सूत्रों का कहना है कि लुबित्ज ने बीच में कई महीने का ब्रेक भी लिया था, लेकिन बाद में फ्लाइट उड़ाने के लिए उसने सभी साइकोलॉजिकल टेस्ट क्लियर करा लिए थे. जिससे उसे यह जिम्मेदारी सौंप दी गयी थी.
चार घंटे तक अच्छे से तलाशी ली
जर्मनविंग्स प्लेन क्रैश प्लेन 3 दिन पूर्व ऐल्प्स की पहाड़ियों में क्रैश हो गया था. जिससे इसके बाद इस हादसे की जांच शुरू हो गयी. इस मामले में कई अजीबो गरीब तथ्य सामने आ रहे हैं. प्रॉसिक्यूटर ने अपने बयान में कहा है कि उन्होंने लुबित्ज के फ्लैट से मेडिकल डॉक्यूमेंट्स बरामद किए हैं. जिसमें डॉक्यूमेंट्स को देखने से ऐसा लगता है, जैसे हाल-फिलहाल या फिर प्लेन क्रैश होने के दिन ही उसे फाड़ा गया था. जिससे साफ है कि आरोपी अपने ऐंप्लॉयर से अपनी बीमारी को छिपाना चाहता था. इस पूरे मामले की जांच कर रही पुलिस ने को-पायलट लुबित्ज के फ्लैट की करीब चार घंटे तक अच्छे से तलाशी ली और तथ्य जुटाए. जिससे पुलिस को इस मामले की महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं.सूत्रों की आरोपी पहले इस फ्लैट में वह अपनी गर्लफ्रेंड के साथ रहता था, लेकिन कुछ समय पूर्व उसका ब्रेकअप हो गया था जिससे वह काफी परेशान था.
जर्मनविंग्स प्लेन क्रैश प्लेन 3 दिन पूर्व ऐल्प्स की पहाड़ियों में क्रैश हो गया था. जिससे इसके बाद इस हादसे की जांच शुरू हो गयी. इस मामले में कई अजीबो गरीब तथ्य सामने आ रहे हैं. प्रॉसिक्यूटर ने अपने बयान में कहा है कि उन्होंने लुबित्ज के फ्लैट से मेडिकल डॉक्यूमेंट्स बरामद किए हैं. जिसमें डॉक्यूमेंट्स को देखने से ऐसा लगता है, जैसे हाल-फिलहाल या फिर प्लेन क्रैश होने के दिन ही उसे फाड़ा गया था. जिससे साफ है कि आरोपी अपने ऐंप्लॉयर से अपनी बीमारी को छिपाना चाहता था. इस पूरे मामले की जांच कर रही पुलिस ने को-पायलट लुबित्ज के फ्लैट की करीब चार घंटे तक अच्छे से तलाशी ली और तथ्य जुटाए. जिससे पुलिस को इस मामले की महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं.सूत्रों की आरोपी पहले इस फ्लैट में वह अपनी गर्लफ्रेंड के साथ रहता था, लेकिन कुछ समय पूर्व उसका ब्रेकअप हो गया था जिससे वह काफी परेशान था.
अकेले ही पूरा कंट्रोल बना लिया था
इस पूरे मामले में फ्रांस के प्रॉसिक्यूटर्स ने को पायलट का पूरा रवैया क्िलयर किया. उन्होंने कॉकपिट के वॉइट रेकॉर्डर का जिक्र करते हुए कहा कि को-पायलट ने प्लेन पर अकेले ही पूरा कंट्रोल बना लिया था और जानबूझकर वह उसे नीचे की तरफ ले जाने लगा. प्लेन के मुख्य पायलट ने इससे पहले ही कॉकपिट छोड़ दिया था और दरवाजा लॉक होने के बाद वह अंदर नहीं आ सका था. उसने दरवाजे को तोड़ने की कोशिश भी की थी. सूत्रों का कहना है कि लुबित्ज ने बीच में कई महीने का ब्रेक भी लिया था, लेकिन बाद में फ्लाइट उड़ाने के लिए उसने सभी साइकोलॉजिकल टेस्ट क्लियर करा लिए थे. जिससे उसे यह जिम्मेदारी सौंप दी गयी थी.
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