- चलती ट्रेन में कर दी युवक की चाकुओं से गोदकर हत्या

- चोरी, चैन स्नेचिंग जैसी आए दिन होती हैं घटनाएं

Meerut: रेल मंत्री के आगमन से पहले ही अपराधियों ने ट्रेनों में सुरक्षा के दावों की पोल खोल दी। जी हां चलती ट्रेन में युवक को चाकुओं से गोदकर मौत के घाट उतारा जाता है और जीआरपी और आरपीएफ को पता तक नहीं चलता। मेरठ स्टेशनों पर आए दिन ट्रेनों में चोरी, चेन स्नेचिंग जैसी वारदात आम बात हो गई है।

22 को आएंगे प्रभु

दरअसल 22 मार्च को रेल मंत्री सुरेश प्रभु मेरठ में ईएमयू को झंडी दिखाकर रवाना करने वाले हैं। उनके आगमन से महज दो दिन पहले दून एक्सप्रेस में अज्ञात बदमाशों ने सीट के विवाद में युवक की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी। साथ ही 7 लोगों को गंभीर रूप से घायल कर दिया।

हर दो घंटे में एक क्राइम

एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार रेलवे व्यवस्थाओं को लेकर दावे करने वाली सरकार की आंखों से पट्टी खोलने के लिए काफी है कि यूपी में रेलवे में हर दो घंटे में एक क्राइम हो रहा है। जिसे रोकने में केंद्र सरकार और जीआरपीएफ पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है। आंकड़ों की बात करें तो चोरी, डकैती, रेप, मर्डर आदि क्राइम को मिलाकर वर्ष 2015 में 4169 क्राइम हुए। जो अपने आप में एक रिकॉर्ड की स्थिति में हैं। अगर हालात ऐसे ही रहे तो अगले साल इन आंकड़ों में और भी ज्यादा बढ़ोत्तरी हो सकती है।

ट्रेन में हजारों सवारी एक साथ सफर करती हैं। हर डिब्बे में जवान की ड्यूटी लगाना संभव नहीं है। घटना के वक्त जीआरपी के जवान किसी और डिब्बे में थे। इसलिए घटना को अंजाम देकर अपराधी फरार हो सके।

अशोक वर्मा, जीआरपी प्रभारी मेरठ

आरपीएफ मामले की छानबीन में पूरी तरह से लगी है। घटना सूचना मिलने में देरी न होती तो अपराधी बचकर नहीं जा सकते थे।

बिजेन्द्र रावत, आरपीएफ प्रभारी

चलती ट्रेन में युवक की हत्या वास्तव में गंभीर बात है। जीआरपी घटना की छानबीन कर अपराधियों को कड़ी सजा दिलवाने का काम करेगी। साथ होली तक ट्रेनों में विशेष सतर्कता बरती जाएगी।

वैभव कृष्ण, एसपी नार्दन रेलवे मुरादाबाद