टीम ने बुधवार को फॉर्मूला वन कार 'VJM07' की एक तस्वीर जारी करते हुए यह स्वीकार किया कि उसने रेसिंग कार के बारे में ज्यादा जानकारी सार्वजनिक न करने की सावधानी बरती है. इस सीज़न के लिए फॉर्मूला वन रेसिंग के नियमों में बड़े बदलाव करने जा रही है और इसमें शामिल होने वाली टीमें अपने प्रतिद्वंदियों की डिजाइनों पर करीबी नजर रखी हुई हैं.

2014 के सीज़न के लिए फोर्स इंडिया ने अपनी फॉर्मूला वन कार का नया रंग चुना है जिसका अधिकांश हिस्सा काले रंग में होगा. टीम ने कहा है कि उसकी कोशिश पिछले प्रदर्शन से बेहतर करने की होगी. साल 2013 के फॉर्मूला वन सीज़न में फोर्स इंडिया छठे स्थान पर रही थी.

टीम के मालिक विजय माल्या ने कहा, "हमारा लक्ष्य पिछले साल के प्रदर्शन से बेहतर करने का है. यह एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य है लेकिन मुझे यकीन है कि यह साकार होगा क्योंकि हमें आगे बढना है और हमसे बेहतर प्रदर्शन करने वाली टीमों से प्रतिस्पर्द्धा करनी है. लक्ष्य हासिल करने के लिए जो चीजें जरूरी होती हैं, वो हमारे पास हैं."

नई टीम

फ़ोर्स इंडिया की फॉर्मूला वन कार की तस्वीर रिलीज़

उन्होंने फोर्स इंडिया की मर्सिडीज़ के साथ तकनीकी साझेदारी की ओर भी इशारा किया. उनकी नई रेसिंग कार 'VJM07' की आपूर्ति पूरी तरह से मर्सिडीज कर रही है. फोर्स इंडिया की फॉर्मूला वन कार की स्टीयरिंग भी अब जर्मनी के निको हल्कनबर्ग और मेक्सिको के सर्गियो पेरेज़ के नए हाथों में होगी.

ऊँची रैकिंग वाले निको हल्कनबर्ग 2012 के रेसिंग सीज़न के बाद फोर्स इंडिया की स्टीयरिंग संभालने के लिए उसके खेमे में दोबारा लौटे हैं. साल 2012 सीज़न में आखिरी दौर की कुछ रेसों में अपने फन से कई लोगों की नजर चुरा ली थी. सर्गियो पेरेज़ अपनी साख को फिर से स्थापित करने के लिए ठान चुक हैं. मैकलैरन ने उन्हें एक सीज़न के बाद टीम से हटा दिया था.

माल्या ने बताया, "निको हल्कनबर्ग पहले भी हमारे साथ रह चुके हैं. इसलिए हम जानते हैं कि उनमें कितनी रफ्तार है. उनका वापस लौटना हमारे लिए अच्छी बात है. और सर्गियो पेरेज़ एक असाधारण प्रतिभा वाले ड्राइवर हैं. मैं उन्हें पिछले तीन साल से रेसिंग करते हुए देख रहा हूँ. महज 23 की उम्र में उनकी रफ्तार जबर्दस्त है. हमें लगता है कि उन दोनों की जोड़ी बेहद मजबूत है."

रेसिंग कार 'VJM07' की जो तस्वीर जारी की गई है उससे कार की नोक का पूरा अंदाजा लगाना मुश्किल है. नए सीज़न में रेसिंग कारों की डिजाइन के इस हिस्से पर चर्चा जोर शोर से चल रही है. फॉर्मूला वन की रेसिंग के नियमों के मुताबिक कारों की नोक पिछले साल की तुलना में 365 मिलीमीटर नीचे होगी. माना जा रहा है कि इस रेसिंग सीज़न में उतरने वाली कारों की नोक बहुत खूबसूरत नहीं होने वाली है.

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