-सेना, आरएएफ व एटीएस के हवाले औघड़नाथ मंदिर

- 5 लाख कांवडि़यों के महाशिवरात्रि पर औघड़नाथ मंदिर में आने का अनुमान

- 5 सेक्टर में सुरक्षा की दृष्टि से बांटा गया है कैंट क्षेत्र को

- 11 जोन में बांटा गया है कैंट क्षेत्र को

- 19 जगहों को कैंट क्षेत्र में किए गए हैं संवेदनशील घोषित

- 26 स्कूलों के आसपास सेना की गश्त बढ़ा दी गई

Meerut : श्री बाबा औघड़नाथ मंदिर में कांवडि़यों की भीड़ को देखते हुए सेना, आरएएफ व एटीएस ने सुरक्षा की कमान संभाल ली है। इसके साथ पुलिस फोर्स भी चप्पे- चप्पे पर तैनात है। एडीजी जोन खुद मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था की मानिटरिंग कर रहे है।

कांवडि़यों का आना शुरू

बाबा औघड़नाथ मंदिर में करीब पांच लाख कांवडि़यों के आने की उम्मीद है। जलाभिषेक से पहले ही मंदिर में कांवडि़यों का आना शुरू हो गया है। कांवडि़यों की भीड़ को देखते हुए सेना के अधिकारी, आरएएफ व लखनऊ से आए एटीएस अधिकारियों ने मंदिर को अपने घेरे में ले लिया है। इसके साथ ही स्थानीय फोर्स भी मंदिर परिसर में तैनात है।

सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद

गौरतलब है कि 12 दिन पहले ही सेना व आईबी के अधिकारियों ने बाबा औघड़नाथ मंदिर में आत्मघाती हमले की आशंका जाहिर कर दी थी। जिसके चलते मंदिर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे है।

यह है मंदिर का सुरक्षा कवच

- सेना की टुकड़ी व क्यूआरटी ने शुरू की गश्त

-जलाभिषेक के दिन होगी हेलीकॉप्टर से मंदिर की सुरक्षा

-ड्रोन कैमरे रखेंगे कांवडि़यों पर नजर

ये हैं सेना के अलर्ट

ऑरेंज अलर्ट

क्यूआरटी रास्तों पर गश्त लगाती है, जगह- जगह सेना तैनात रहती है

ब्लू अलर्ट

इस अलर्ट में सेना की सामान्य स्थिति रहती है। सेना तैयार रहती है लेकिन गतिविधि नहीं करती है, न्यूनतम एक्शन में रहती है

रेड अलर्ट

इस अलर्ट में सेना छावनी के चप्पे चप्पे पर तैनात रहती है, क्यूआरटी और सेना की गश्त बढ़ा दी जाती है। सेना किसी भी आपात स्थिति में निपटने को तैयार रहती है।