कंपनी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अमित सिंघल का कहना है कि सर्च इंजन में ये मेजर चेंज एक महीने पहले ही कर दिया गया था पर कंपनी ने इसकी मॉडिफिकेशंस के बारे में कुछ भी डिस्क्लोस नहीं किया था. ये एक ऐसा चेंज है जिससे साइट की इंडेक्सिंग चेंज हो जाती है. इन्होने ये भी बताया कि रीडिजाइनिंग से इसकी एनालिसिस पर भी 90 पर्सेंट तक असर पड़ेगा. यानि गूगल को जो सर्च रिक्वेस्ट मिलती हैं वो काफी हद तक एफेक्ट हो जाएगी.

रिपोर्ट को एकार्डिंग इस बड़े चेंज से ट्रैफिक पर भी असर पड़ेगा जिससे उन एडवर्टाइजमेंट्स के प्राइस भी ऊपर जा सकते हैं जो गूगल एड्स सर्च रिक्वेस्ट से जुड़े होंगे. अगर किसी साइट को नए सिस्टम के तहत डिमोट कर दिया होगा तो उसे ट्रैफिक अट्रैक्ट करने के लिए मार्केटिंग मेसेजेस खरीदने पड़ेंगे.

सिंघल ने ये भी कहा कि हमिंगबर्ड की हेल्प से गूगल कू सर्च को सिर्फ वर्ड्स की सर्च तक ना लिमिट करते हुए सर्च को बड़े लेवल पर ले जाने की कोशिश है.