आप गैजेट्स को लेकर क्रेजी हैं, क्या यह सच है?

जीं हां, यह सच है. मैं रियली एक टेक्नो फ्रीक हूं. आजकल के लेटेस्ट गैजेट्स और टेक्नोलॉजी मुझे ठीक उसी तरह से एक्साइट करती हैं जैसा एक्साइटमेंट किसी बच्चे में खिलौनों को देखकर होता है. जब भी मैं किसी नए गैजेट को देखता हूं तो उसे एक बार देखने से खुद को रोक नहीं पाता. जब मैं इंडिया या किसी फॉरेन कंट्री में ट्रेवल कर रहा होता हूं और उस वक्त अगर मुझे कोई इलेक्ट्रॉनिक्स का शो रूम दिख जाता है तो मैं वहां लेटेस्ट गैजेक्ट्स की इंफॉर्मेशन जरूर लेता हूं. साइंस और टेक्नोलॉजी से जुड़ी चीजें मेरी हार्टबीट्स बढ़ाने के लिए काफी हैं. मेरे इस अट्रैक्शन की एक वजह यह भी है कि मैं एक साइंस स्टूडेंट रहा हूं.

वे कौन से गैजेट्स हैं जो हमेशा आपके पास रहते हैं? Prasoon Joshi

मैं एप्पल के गैजेट्स को लेकर क्रेजी हूं और लगभग हर एप्पल गैजेट मेरी किटी बैग में रहता है. वैसे मेरे साथ हमेशा मेरा आई फोन, लैपटॉप तो रहता ही है साथ ही मेरे पास एक ऐसा डिजिटल स्मार्ट पेन भी है जिसकी हेल्प में मैं अपने लिए हुए मैटर को ना सिर्फ स्क्रीन पर अच्छी तरह से देख पाता हूं बल्कि वह मैटर ऑटोमेटिकली सिस्टम में सेव भी होता रहता है. इसके लिए एक स्पेशल पेपर की जरूरत पड़ती है. मैं एप्पल टीवी डिवाइस का भी काफी यूज करता हूं. आप कह सकते हैं कि मेरा घर एप्पल के प्रॉड्क्ट्स से भरा पड़ा है.

जाहिर है कि आप लेटेस्ट सॉफ्टवेयर्स और एप्लीकेशंस से भी अपडेटेड रहते होंगे?

जी हां, स्पेशली साउंउहाउंड जैसी म्यूजिक एप्लीकेशंस. इस एप्लीकेशन की हेल्प से आप किसी भी गाने को सर्च कर सकते हैं और उससे जुड़ी सारी डीटेल्स कुछ ही सेकेंड्स में आपके सामने होती हैं. इस एप्लीकेशन को एक्टिवेट करके आपको सिर्फ सांग की कुछ लाइंस बोलनी होती हैं. मैं सांगीफाई एप्लीकेशन का भी काफी यूज करता हूं. यह एप्लीकेशन आपके कहे हुए रैंडम वड्र्स को भी सांग जैसी रिदम में कन्वर्ट कर देता है. एयरपोर्ट एक्सप्रेस सॉफ्टवेयर भी काफी अच्छा है और आईट्यूंस पर म्यूजिक एन्ज्वॉय करना मेरी हॉबी है. यूट्यूब पर वीडियो देखने में और फिल्में डाउनलोड करने में भी मेरा काफी वक्त जाता है.

फ्यूचर टेक्नोलॉजी के बारे में आपका क्या कहना है?

मेरे लिए टेक्नोलॉजी वही है जो ह्यूमन लाइफ को ईजी और सिंपल बनाए. मुझे लगता है कि इस डायरेक्शन में लगातार काम हुआ है और होता रहेगा. आप खुद ही सोचिए, आज के वक्त में अमेरिका में बैठा एक इंसान सिर्फ एक लैपटॉप के जरिए अपने फ्रेंड्स और फैमिली से बात कर पा रहा है. बचपन में चांद पर बैठी बुढिय़ा की कहानी जो हमने सुनी थीं उसकी सच्चाई टेक्नोलॉजी की हेल्प से ही समझ पाए हैं. मेरे लिए यह किसी चमत्कार से कम नही हैं. अब तो चांद पर भी घर बनाने की बातें हो रही हैं. आने वाला वक्त काफी एक्साइटिंग होने वाला है और मैं इन सरप्राइजेस का बेसब्री से इंतजार करता रहूंगा!

Prasoon Joshi

( Lyricist & Executive Chairman/CEO of McCann Erickson Worldgroup India)

Content & Interview:Ankur Dixit

Design:Dheeraj Kumar Gaur

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