Her boldness
स्ट्रॉन्ग कैरेक्टर, अग्रेसिव एटिट्यूड, स्लैंग लैंग्वेज और स्किन शो के जरिए एक्ट्रेसेज ने फिल्मों में बोल्डनेस की डेफिनिशन बदल दी है
फाइटर एटिट्यूड: फैशन से लेकर नो वन किल्ड जेसिका और द डर्टी पिक्चर तक में एक्ट्रेसेज के रिवॉल्यूशनरी एटिट्यूड को देखा जा सकता है। हीरोइन में करीना और नो वन किल्ड जेसिका में रानी मुखर्जी का सिगरेट पीना उनके एटिट्यूड को दिखाने का एक दूसरा तरीका था।
स्लैंग लैंग्वेज: करीना ने जब वी मेट और गोलमाल 3 में स्लैंग्स यूज किए तो लोग चौंक गए लेकिन इश्किया और द डर्टी पिक्चर में विद्या बालन की गालियां जैसे एक्ट्रेसेज के बोल्ड कैरेक्टर का हिस्सा बन गईं।
स्किन शो: स्क्रिप्ट की डिमांड पर स्किन शो से अब कटरीना, करीना जैसी एक्ट्रेसेज भी परहेज नहीं करती हैं। दोस्ताना में प्रियंका चोपड़ा का ड्रेसअप और द डर्टी पिक्चर में विद्या बालन के सेंशुअल लुक को लोगों ने बहुत ईजिली एक्सेप्ट कर लिया। एक नजर बोल्डनेस को दिखाती कुछ फिल्मों पर
- फैशन 2008
- रागिनी एमएमएस 2011
- नो वन किल्ड जेसिका 2011
- इश्किया 2011
- द डर्टी पिक्चर 2011
- हीरोइन 2011
What’s next?
फिल्म क्रिटिक्स की मानें तो आने वाली फिल्मों में बोल्डनेस टॉकिंग प्वॉइंट होने के बजाय फिल्म का जरूरी हिस्सा होगी। फिल्म को ओरिजिनल बनाए रखने के लिए जरूरी स्लैंग्स भी यूज किए जाएंगे।
Her direction
2007 आते आते बॉलीवुड में नई फीमेल डायरेक्टर्स की एक कतार लग गई। इन्होंने ना सिर्फ हिट फिल्में दी बल्कि नए और फ्रेश आइडियाज के साथ बॉलीवुड में एंट्री की
फराह खान: फराह के डायरेक्शन में ओम शांति ओम (2007) ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कलेक्शन कर साबित कर दिया कि फराह सक्सेसफुल डायरेक्टर हैं। 2004 में मैं हू ना से डायरेक्टोरियल डेब्यू करने वाली फराह ने तीस मार खान भी बनाई।
जोया अख्तर: जोया की पहली मूवी लक बाय चांस (2008)थी। जिंदगी ना मिलेगी दोबारा जोया की दूसरी मूवी थी।
किरन रॉव: किरन का डायरेक्शनल डेब्यू 2010 से धोबी घाट से हुआ। फिल्म टॉक ऑफ द टाउन रही।
अनुषा रिजवी: अनुषा रिजवी ने पीपली लाइव बनाई। पॉवर्टी को सटायरिक ट्विस्ट के साथ दिखाती यह मूवी काफी चर्चित रही।
रीमा कगती: 2007 में रीमा ने डायरेक्शन की शुरुआत हनीमून ट्रैवल्स प्राइवेट लिमिटेड से की। आमिर स्टारर तलाश की सक्सेस के बाद रीमा सक्सेसफुल डायरेक्टर्स में गिनी जा रही हैं।
गौरी शिंदे: इंग्लिश विंग्लिश (2012) गौरी शिंदे की पहली डायरेक्टोरियल मूवी है। इंग्लिश न बोल पाने की झिझक को दिखाती ये मूवी ना सिर्फ अपीलिंग थी बल्कि बॉक्स-ऑफिस पर भी हिट रही।
What’s next?
फीमेल डायरेक्टर्स की यूएसपी थी उनके फ्रेश आइडियाज। इन न्यूकमर डायरेक्टर्स की शुरुआती सक्सेस फ्यूचर के लिए भी उम्मीद जगाती है। वैसे अगले साल फराह ‘हैप्पी न्यू ईयर’ रिलीज करेंगी।
Her action
बाइक रेसिंग और स्टंट करने में बॉडी डबल का सहारा नहीं लेना बॉलीवुड में एक्ट्रेसेज के लिए अब नई बात नहीं रही। वे भी हीरो जैसे ही स्टंट करने लगी हैं।
प्रियंका चोपड़ा: प्रियंका चोपड़ा ने डॉन और डॉन2 के कई स्टंट खुद किए थे। द्रोण और लव स्टोरी 2050 में भी उन्होंने बॉडी डबल का सहारा नहीं लिया था।
दीपिका पादुकोण: दीपिका पादुकोण ने भी चांदनी चौक टु चाइना में जमकर कराटे के करतब दिखाए थे।
कंगना रनाउत: नॉकआउट के एक सीन में डायरेक्टर मनी शंकर के कहने के बाद भी कंगना ने बॉडी डबल का सहारा नहीं लिया। आप कंगना को शूटआउट एट वडाला में भी कई एक्शन सीन करते देखेंगे।
ऐश्वर्या राय: धूम2 और जोधा अकबर में रितिक रोशन के साथ स्टंट कर चुकी हैं।
समीरा रेड्डी: रेड अलर्ट में गोलीबारी करने वाली समीरा रेड्डी ने तेज में भी जमकर स्टंट किए हैं। हवा से बातें करते हुए बाइक पर उन्होंने एक्शन सीक्वेंस फिल्माए हैं।
कटरीना कैफ: एक था टाइगर में कटरीना स्टंट करने में सलमान का बराबर का साथ दे रही थीं।
What’s next?
अपकमिंग मूवीज ‘धूम 3’, ‘कृष 3’ और ‘जंजीर’ में कटरीना और प्रियंका चोपड़ा के एक्शन सीन देखने को मिलेंगे। फिल्म क्रिटिक्स मानते हैं कि एक्ट्रेसज की स्टंट सीन क्राउड पुलर का काम करते हैं।
They are worth our bucks !
हाल ही में जब कुछ टॉप बॉलीवुड एक्ट्रेसेज के अगले साल से अपनी फीस बढ़ाने की खबरें आईं तो फिल्ममेकर्स ने भी एक्ट्रेसेज की डिमांड से सहमति जताई। जानते हैं इस पूरे मसले पर क्या कहना है फिल्ममेकर्स का
कैरेक्टर के मुताबिक फीस मिलनी चाहिए। अगर एक्ट्रेस किसी फिल्म के रोल में फिट बैठती है तो मैं उसे मुंह मांगी फीस दूंगा।
Ramesh Taurani, Film Producer
आज एक्ट्रेसेज थिएटर तक लोगों को खींचकर लाने का दम रखती हैं, ऐसे में मुझे उनकी फीस बढ़ जाने पर कोई एतराज नहीं है। खेल के रूल्स मेन और विमेन दोनों के लिए बराबर होने चाहिए।
R। Balki, Film Director
मैं कहानी के सिक्वल में विद्या बालन को उनकी बढ़ी हुई फीस पर साइन करने के लिए तैयार हूं, मैं जानता हूं उनकी एक अलग ऑडियंस है।
Jayantilal Gada, Film Producer
Women centric movies
विमेन सेंट्रिक मूवीज बॉलीवुड में पहले भी बनती रही हैं लेकिन बीते छह सालों में आई विमन सेंट्रिक फिल्में सोसायटी के बजाय सीधे मैनहुड को चैलेंज करती नजर आईं। एक नजर उन फिल्मों पर जिनमें एक्ट्रेसेज लीड रोल में हैं
Fashion (2008)
ग्लैमर वल्र्ड की डार्क रियलिटी को दिखाती मधुर भंडारकर की यह मूवी पूरी तरह विमेन सेंट्रिक है। एक छोटे शहर की लडक़ी (प्रियंका चोपड़ा) जो मॉडल बनने के सपने देखती है, एक लंबे स्ट्रगल के बाद अपना सपना पूरा करती है।
No One Killed Jessica (2011)
जेसिका लाल मर्डर केस पर बनी इस मूवी में जेसिका की बहन सबरीना (विद्या बालन) और रिपोर्टर (रानी मुखर्जी) जस्टिस के लिए लड़ती हैं और जीतती भी हैं। फिल्म वुमन इंपॉवरमेंट को दिखाती है।
7 Khoon Maaf (2011)
सीरियल स्पाउस किलर के तौर पर प्रियंका चोपड़ा मूवी में अपना प्यार तलाशते हुए सात हसबैंड्स का मर्डर करती है, फिर भी ऑडिएंस उनके कैरेक्टर से नफरत के बजाय सिंपथी रखने लगती है।
The Dirty Picture (2011)
एक वुमन की राइज और डाउनफॉल को दिखाती यह मूवी मेन डॉमिनेंस को चैलेंज करती हुई नजर आती है। विद्या बालन की पॉवरफुल डायलॉग डिलिवरी ऑडियंस को अट्रैक्ट करती है।
English Vinglish (2012)
फिल्म की शुरुआत में इंग्लिश न बोल पाने की झिझक और लास्ट में फरार्टेदार इंग्लिश बोलने की खुशी को दिखाती ये मूवी भले ही वुमन सेंट्रिक लगे लेकिन ये सभी को टच करती है।
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