कानपुर। भारतीय महिला क्रिकेट टीम रविवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 वर्ल्डकप का फाइनल मैच खेलेगी। ये मुकाबला मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जाएगा। दोनों टीमें इस मुकाबले को लेकर पूरी तैयारी में जुटी हैं। भारत जहां अभी तक टूर्नामेंट में अजेय रहा है वहीं कंगारुओं को सिर्फ एक मैच में हार मिली थी वो भी इंडिया से। अब मेजबान उस हार का बदला लेने के लिए भारत को फाइनल में करारी शिकस्त देना चाहेंगे, मगर यह इतना आसान नहीं रहने वाला क्योंकि इस समय भारतीय महिला क्रिकेटर जबरदस्त फार्म में हैं। बल्लेबाज हों या गेंदबाज, पूरी टीम फिलहाल लय में दिख रही।

टॉस का रहेगा अहम रोल

रविवार को एमसीजी में दोनों टीमों के कप्तान जब मैदान में उतरेंगे तो उनकी नजर टॉस में जरूरी होगी। ऐसा इसलिए, क्योंकि एमसीजी का टी-20 इतिहास कहता है यहां जिस टीम ने टॉस जीता वो कभी हारी नहीं। क्रिकइन्फो पर उपलब्ध डेटा के मुताबिक, मेलबर्न के एमसीजी में महिलाओं के अब तक कुल 7 टी-20 मैच खेले गए जिसमें कंगारु टीम ने तीन बार टॉस जीता वो कभी हारी नहीं। वहीं भारत ने साल 2016 में खेले गए एक मुकाबले में कंगारुओं का सामना किया था। इस मैच में भारत ने टॉस जीतकर मैच भी अपने नाम किया था।

पहले खेलते हुए टीम तीन बार जीती

एमसीजी में महिला टी-20 क्रिकेट का इतिहास देखें तो पहले खेलते हुए टीम सात मुकाबलों में सिर्फ तीन बार जीती है। वहीं लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम ने चार मैच अपने नाम किए। भारत ने भी एक बार यहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल की थी। भारत को यह जीत साल 2016 में मिली थी तब 10 विकेट से भारत मैच जीता था।

भारत का मजबूत पक्ष है बैटिंग

इस टूर्नामेंट में भारत का मजबूत पक्ष बैटिंग रहा है। खासतौर से टीम इंडिया की नई सनसनी शेफाली वर्मा ने जिस तरह से बेखौफ बैटिंग की, उससे भारत को मजबूती ही मिली है। शेफाली अब तक टूर्नामेंट में हाईएस्ट स्कोरर्स की लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं और उम्मीद है कि रविवार को वह एक और ताबड़तोड़ पारी खेलकर लिस्ट में टॉप कर लें। इसके अलावा स्मृति मंधाना का बल्ला भी जमकर चल रहा।

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