नहीं लग पाए CCTV cameras
सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रोजेक्ट अब भी कंप्लीट नहीं किया जा सका है। हालांकि आरपीएफ कमांडेंट एके चौरसिया ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम दो फेज में किया जाना था। पहले फेज के तहत स्टेशन पर 48 कैमरे लगाये जाने का काम अभी किया जा रहा है। इसके बाद दूसरे फेज में और भी कैमरे लगाए जाएंगे।

Metal detector सिर्फ देखने के लिए
टाटा नगर स्टेशन पर तीन मेटल डिटेक्टर लगाए जा चुके हैं। जिनमें से दो स्टेशन के इंट्रेंस पर और एक रिजर्वेशन के इंट्रेंस पर लगे हैैं। इनमें से स्टेशन के इंट्रेंस पर लगे हुए दोनों ही मेटल डिटेक्टर खराब पड़े हुए हैं। ऐसे में स्टेशन में आने-जाने वाले लोगों की कोई चेकिंग नहीं की जाती है।

ये accessories हैं पर कहां?
पेन एंड पेपर में टाटा नगर रेलवे स्टेशन पर इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी सिस्टम के अंतर्गत जरूरी मानी जाने वाली कई एसेसरीज पहले से ही मौजूद हैं। पर ऐसे में सवाल ये उठता है कि इनका प्रॉपर यूज क्यों नहीं किया जाता। एके चौरसिया के अनुसार टाटा नगर स्टेशन पर दो डॉग स्क्वायड, दो रिफ्लेक्टिव मिरर प्रोवाइड किये गए है। इसके अलावा क्यूआरटी (क्विक रिस्पांस टीम) मौजूद हैं। जिनको वहीं के पोस्ट इंचार्ज द्वारा हैंडिल किया जाता है। पर शायद ही आज तक इनका यूज किया गया हो। सिर्फ टाटा नगर रेलवे स्टेशन ही नहीं बल्कि पूरे चक्रधरपुर रेलवे डिवीजन के पास कोई बॉम्ब स्क्वायड नहीं है। बॉम्ब स्क्वायड की जरूरत पड़ती है तो रेलवे लोकल पुलिस से मदद लेती है। इसके अलावा लगेज स्कैनर भी नहीं है। ऐसे में कोई भी विस्फोटक सामान ले जा सकता है।

'स्टेशन में कई फैसिलिटीज इंस्टाल किया जा चुका है.  इंटीग्रेटेड सिक्यूरिटी पर काम चल रहा है.'
-बी पांडा, डीआरएम, चक्रधरपुर रेलवे डिवीजन

Report by: rajnish.tiwari@inext.co.in