छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : बड़शोल थाना एरिया के कुमारडूबी में पटाखा-बारूद की अवैध फैक्ट्री में धधकी आग में मरने वालों की संख्या नौ हो गई है, जबकि चार लोग जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं। रविवार की शाम चार बजे हुए इस अग्निकांड के बाद युद्धस्तर पर राहत कार्य चलाया जा रहा है। घटना की जानकारी मिलते ही डीसी अमित कुमार और एसएसपी अनूप टी मैथ्यू दलबल के साथ रात दस बजे से अहले सुबह तीन बजे तक अपनी निगरानी में आग बुझाने, मलवा हटाने और शवों को निकलवाने में जुटे रहे। इधर, एनडीआरएफ की टीम सोमवार की सुबह 7 बजे मौके घटनास्थल पर पहुंची लेकिन घर के अंदर अंदर घुसने का साहस जुटा नही पाई।

दस परिवारों का सबकुछ स्वाहा

कुमारडूबी अग्निकांड में 10 परिवार अपना घर वार तथा घर में रखा सब कुछ खो दिया है। गृह विहीन होने वालों में मुख्य रूप से दुर्गा पद सातरा, राम पद सातरा, चर्तुभूज सातरा, हीरालाल प्रमाणिक, प्रदीप प्रमाणिक, सुकुमार प्रमाणि, सुजीत प्रमाणिक, सत्यरंजन प्रमाणिक, अजीत प्रमाणिक, व अजती नंदी शामिल है।

दुर्गापद सातरा गिरफ्त के बाहर

ग्रामीणों द्वारा पुलिस पर दबाव बनाया जा रहा है कि जो भी इस कारोबार में जुड़े है उन पर ठोस कार्रवाई करते हुए कुमारडूबी को ऐसी घटना से बचाया जाए। घटना रविवार की शाम चार बजे दुर्गापद सातरा के घर पर हुई थी, लेकिन रात 9 बजे तक वह घूमता रहा। उसे पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी।

पूजा को लेकर जमा कर रखा था बारूद

दुर्गा पूजा, दीपावली, व शादी ब्याह नजदीक होने के कारण दुर्गा ने भारी मात्रा में मिट्टी के बर्तन वाले पटाखे, रस्सी या सूतली से बांधा गया पटाखा व अन्य पटाखा जमाकर रखा था। ग्रामीणों का कहना है कि बारूद को धूप में सुखाने के बाद उसे पीसने के क्रम में घर्षण होने से आग लगी थी।

दैनिक मजदूर बन गया करोड़पति

कुमारडूबी गांव में दर्जन भर परिवार ऐसा है जो बारूद लाकर छोटे से बड़े आकार के पटाखे व बम बनाने के कारोबार में जुटा है। इन लोगों ने इस धंधा को अपना कर विगत चंद वर्ष में खुद को अमीरों की सूची में खड़ा किया है। इनमें से ही एक दुर्गा पद सातरा है जो चंद वर्ष पहले लोगों के घर में दैनिक मजदूरी करता था। लेकिन देखते ही देखते संपत्ति खड़ा की है।

घर से बाहर फेंक डाले सभी पटाखे

इस घटना के बाद पटाखा को गांव के बाहर बोरे में बंद कर फेंक दिया कुछ लोगों ने तो प्लास्टिक व लोहे के ड्रम में बंद कर तालाब व स्कूल के पीछे फेक दिया। खलिहान में लगभग एक पीक-अप वैन पटाखा को पुआल से ढका गया था। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा स्थानीय पुलिस को जबरन उन स्थानों पर ले गया जहां पटाखा फेंका गया था।

मृतकों के नाम

पार्वती सातरा (70)

राधिका पातरा (02)

पार्वती सातरा (65)

हाडिबंधू प्रमाणिक (30)

भानू प्रिया प्रमाणिक (35)

चर्तुभुज जेना (72)

पतीत पावन दास (46)

वन बिहारी महार (40)

अमृत मुंडा (24)