Criminals के लिए वरदान
देखा गया है कि छोटे-से-छोटे और बड़े-से-बड़े क्राइम में बाइक का धड़ल्ले से यूज किया जाता है। चेन स्नेचिंग से लेकर मर्डर और किडनैपिंग जैसे मामलों में पुलिस के द्वारा बाइक रिकवर की जाती रही है। एसएसपी रिचर्ड लकड़ा के अकॉर्डिंग क्रिमिनल एक्टिविटीज में बाइक ज्यादा यूज की जाती है।

होते हैं bike theft के मामले
सिटी में कई ऐसे प्रोन एरियाज हैं, जिनमें बाइक चोरी की घटनाएं काफी ज्यादा होती हैं। साकची मार्केट एरिया, बिष्टुपुर कमानी सेंटर और होटल बुलेवर्ड से लेकर ए रोड तक के मार्केट एरिया से सबसे ज्यादा बाइक चोरी के केसेज रिकार्ड किये गए हैं। हालांकि एसएसपी मानते हैं कि इसके पीछे लोगों का इर्रिस्पांसिबल होना है। लोग  जहां-तहां व्हीकल पार्क कर देते हैं।

Recovery percentage है down
बाइक थेफ्ट के मामलों में जमशेदपुर पुलिस का रिकवरी रेट काफी डाउन है। एसएसपी ने बताया कि क्रिमिनल एक्टिविटीज में यूज की बाइक ज्यादातर चोरी की ही होती हैं। क्राइम करने के बाद या तो इन बाइक्स को डिस्पोज ऑफ कर दिया जाता है या फिर इनके पाट्र्स डिवाइड करके सेल कर दिया जाता है। जिसके चलते इनकी रिकवरी नहीं हो पाती। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ चोरी की गई बाइक्स को हम रिकवर भी कर लेते हैं।

Condition हो सकती है control
क्राइम परसेंटेज को डाउन करने के लिए गवर्नमेंट की ओर से हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट की पॉलिसी इम्प्लीमेंट की गई थी। डीटीओ जॉर्ज कुमार ने बताया कि हाई सिक्योरिटी नंबर को लेकर 2-3 मंथ काम चला था, लेकिन जिस कंपनी को इसके लिए टेंडर दिया गया था वो फेल हो गया। इसके बाद दोबारा टेंडर पास नहीं किया गया। इसके चलते ये काम रुका हुआ है। एसएसपी ने कहा कि हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट सिस्टम से क्राइम को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकेगा। इस पॉलिसी से क्रिमिनल एक्टिविटी में यूज की गई या चोरी हुई बाइक को रिकवर करना आसान हो जाएगा।

'हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट सिस्टम से क्राइम को कंट्रोल करने में काफी हेल्प होगी। फिलहाल ये काम रुका हुआ है। पर नया टेंडर पास होते ही काम स्टार्ट कर दिया जाएगा.'
-जॉर्ज कुमार, डीटीओ  

'चोरी की गई बाइक्स को ज्यादातर क्रिमिनल एक्टिीविटीज में यूज किया जाता है। ऐसी बाइक ज्यादातर रिकवर नहीं हो पाती क्योंकि या तो इसे डिस्पोज ऑफ कर दिया जाता है या फिर कई पाट्र्स में डिवाइड करके बेच दिया जाता है.'
-रिचर्ड लकड़ा, एसएसपी

Report by: rajnish.tiwari@inext.co.in