-लोहे की जाली काटकर चंद्रमोहन महतो कॉम्पलेक्स में दाखिल हुए डकैत

JAMSHEDPUR: मानगो थाना के एनएच-फ्फ् पारडीह स्थित चंद्रमोहन महतो कॉम्पलेक्स में मंगलवार की देर रात दो घंटे तक डकैतों ने तांडव मचाया। रात एक बजे डकैत अपार्टमेंट में घुसे और तीन बजे तक घटना को अंजाम देते रहे। शहर के इतिहास में यह पहली घटना है जब डकैतों ने इतनी बड़ी रकम लूटपाट कर बड़े आराम से चलते बने। आशंका जताई जा रही कि डकैत घटनास्थल से कुछ दूरी पर गाड़ी खड़ी कर रखी होगी और उसमें सवार होकर आराम से फरार हो गए। जांच-पड़ताल में पुलिस ने पाया कि डकैतों ने अपार्टमेंट के कॉर्नर पर लगी लोहे की जाली को काटा और इसके बाद गार्ड भगवान सिंह को कब्जे में कर लिया। दो सदस्य उसके पास ही रुके और पिस्तौल का भय दिखा कर जान से मारने की धमकी देते रहे। घटना को अंजाम देने के बाद उसी रास्ते निकल गए।

बेटियों की कनपट्टी पर पिस्टल सटा मांगी चाभी

फ्लैट संख्या क्0क् निवासी राधेश्याम नंदी के घर में लगभग ख्.ब्0 बजे डकैत घुसे। इसके बाद उनकी दोनों बेटी इशिका (क्ख् वर्ष) और निशिता (7 वर्ष) की कनपटी पर पिस्तौल सटा दी और राधेश्याम की पत्नी पूजा नंदी से अलमारी की चाभी मांगी। इसपर पूजा नंदी ने अपनी बेटियों को देखते हुए चाभी डकैतों को सौंप दी।

खौफ में नंदी की बेटियां

राधे श्याम नंदी के घर में जिस समय चोरों ने एंट्री की उस वक्त घर पर सिर्फ राधे श्याम की पत्नी और दो बेटियां मौजूद थी। राधे श्याम नंदी की पत्नी पूजा नंदी ने बताया कि डकैत जब घर में घुस रहे थे। उस वक्त दरवाजा तोड़ने की आवाज बहुत तेज आ रही थी। जिसे सुनकर दोनों बेटियां घबरा गई थी। उन्होंने बताया कि उनकी छोटी बेटी निशिता पिस्तौल देख कर इतनी दर गयी हैं कि वो अपने बिस्तर से नही उतर रही हैं।

पति-पत्नी को बंधा बेडशीट से

चंद्रा मोहन महतो कॉम्प्लेक्स के क्ख्ख् नंबर फ्लेट में रहने वाले पीडि़त युवराज सिंह ने बताया कि करीब क्0 डकैत देर रात उनके घर में घुसे और सबसे पहले बेड पर बिछाई गई बेडशीट को फाड़ने लगे। उन्होंने बताया कि पहले तो वे समझ नहीं पाए कि वे क्या कर रहे हैं, लेकिन बाद में चादर के फटे टुकड़े से डकैतों ने उन्हें और उनकी पत्नी को बांध दिया और ऊपर से एक कंबल ओढ़ाया। युवराज सिंह ने बताया कि घटना के वक्त घर में घुसे डकैतों में से आधे ने मंकी कैप लगा रखा था। उन्होंने बताया कि सभी डकैत आपस में भाईजान-भाईजान कह कर एक-दूसरे को संबोधित कर रहे थे। साथ ही एक का नाम भी पुकार रहे थे असलम भाई कह कर। जिसपर एक ने नाम लेकर बात करने से मना किया। डकैतों शुभा रेड्डी को भी युवराज के घर में ही रस्सी से बांधकर बंधक बनाया।