छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन ने शुक्रवार को शहर की तीन दवा दुकानों पर छापेमारी की, जिसमें भारी मात्रा में नशीली दवाएं जब्त की गई। एसडीओ धालभूम के निर्देश पर तीन डीएसपी व तीन मजिस्ट्रेट के साथ गठित अलग-अलग टीमों ने एक साथ सभी दुकानों पर छापा मारा।

इन दुकानों में छापेमारी

साकची गोलचक्कर के पास स्थित जीवन ज्योति मेडिकल व धतकीडीह के अशोक मेडिकल से कुछ दवाएं जब्त की गई, वहीं कुछ की खरीद-बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जुगसलाई, नया बाजार स्थित सरायवाला डिस्ट्रीब्यूटर्स के खिलाफ प्रशासन ने प्राथमिकी दर्ज करेगी। एसडीओ प्रेम रंजन ने बताया कि इन दुकानों से बिना डाक्टर की पर्ची के उन दवाओं की बिक्री करने की शिकायत मिल रही थी, जिनका उपयोग नशे के लिए किया जाता है। दवाओं की खरीद-बिक्री के जो सबूत मिले थे, वे शिकायत की पुष्टि करने के लिए काफी हैं। हालांकि छापेमारी में इन दुकानों से काफी कम दवाएं मिलीं, लेकिन किसी दुकान के मालिक-संचालक इनकी खरीद-बिक्री के कागजात नहीं दिखा सके। इनमें से कई प्रतिबंधित दवाएं भी हैं, जिस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जुगसलाई के सरायवाला डिस्ट्रीब्यूटर्स के खिलाफ प्रशासन की ओर से प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।

प्रशासन की है पैनी नजर

फाइजर कंपनी के रांची स्थित सीएनएफ एजेंट से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक सरायवाला डिस्ट्रीब्यूटर्स ने अप्रैल में कोरेक्स के 69,600 और मई में 49,600 बोतल खरीदा था, जबकि दुकान व मकान में छापेमारी के बाद कोरेक्स के 250 और चेरिकफ के 344 बोतल मिले। दुकान मालिक ने जांच के दौरान प्रशासन के कार्य में बाधा भी पहुंचाई। वहीं जीवन ज्योति, साकची से टोसेक्स, गार्डेनल, फेनाड्रिल व मिंट लिंक्टस जब्त की गई, तो लोबाजेम, एलब्रा, क्लोजाट्रिल व एलब्रेक्स को बेचने-खरीदने पर प्रतिबंध लगाया गया है। अशोक मेडिकल, धतकीडीह में डेकोलिक, डायजापेन जब्त की गई.एसडीओ ने बताया कि अन्य दवा विक्रेताओं-वितरकों के प्रतिष्ठान पर भी प्रशासन की पैनी नजर है।