जमशेदपुर (ब्यूरो): बिजली के जर्जर खंभों खासकर बांस की बल्लियों पर बिजली के तार ले जाने के कारण कई हादसे हो चुके हैं, इसके बावजूद विभाग द्वारा इस तरह के मामलों में ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इस कारण अक्सर हादसे की संभावना बनी रहती है। स्थानीय लोग स्थिति में सुधार को लेकर लेकर मांग करते रहते हैं, लेकिन व्यवस्था जस की तस बनी हुई है।

मानगो में डिमना मुख्य सडक़ से मात्र पचास मीटर की दूरी पर स्थित गुडरुबासा न्यू कॉलोनी में बिजली के तार बांस के खंभे पर दौड़ रहे हैं। बारिश होने पर बांस एवं सडक़ में जमे हुए पानी के संपर्क पर आने पर बिजली के झटके भी लगते हैं, लेकिन किसी को इसकी परवाह नहीं है।

हो गए आठ साल

स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले आठ वर्षों से मोहल्ले में बिजली के तार बांस के खंभे पर दौड़े हुए हैं। कई बार बिजली विभाग में इस जानलेवा समस्या की शिकायत भी की गई, समस्या का समाधान नहीं किया गया। कोई कार्रवाई न होते देख स्थानीय लोगों ने शिकायत करनी ही छोड़ दी। हालांकि स्थानीय लोग जान-माल के नुकसान के संभावित डर के साए में जी रहे हैं।

करंट से गिर गई थी गाय

स्थानीय हरेंद्र प्रसाद ने बताया कि विगत दिनों हो रही तेज बारिश के बाद घास चर रही एक गाय को इतनी जोर से बिजली का झटका लगा कि वह छटपटा कर गिर गई। बारिश होने पर लोग ब'चों को सडक़ सूखने तक बाहर नहीं जाने देते हैं। कुल मिलाकर स्थानीय लोग डर के साए में जी रहे हैं। अब मानसून को देखते हुए लोगों में एक बार फिर से भय का माहौल कायम हो गया है।

विभाग की लापरवाही

स्थानीय भाजपा नेता विकास सिंह ने कहा कि पैसे के कारण बिजली विभाग द्वारा बिना संसाधन के ही बिजली का कनेक्शन उपलब्ध करा दिया जाता है। आठ वर्षों तक सीमेंट का पोल नहीं लगना विभाग की लापरवाही को दर्शा रहा है। बिल्डरों द्वारा जहां बहुमंजिली इमारत बनाई जाती है वहां विभाग के द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए ट्रांसफार्मर और सीमेंट का पोल लगा दिया जाता है, लेकिन जहां रोज कमाने खाने वाले साधारण लोग रहते हैं, वहां विभाग की नजर तब तक नहीं पहुंचती जब तक कोई बड़ी घटना नहीं घट जाती।

इन्होंने जताया विरोध

इस मौके पर हरेंद्र प्रसाद, विश्राम शर्मा, राजा कुमार, राम इकबाल शर्मा, एससी गोराई, बीसी महतो, एनसी महतो, हिमांशु महतो, मनोज शर्मा, सूरज कुमार सहित अन्य बस्तीवासियों ने उपस्थित होकर विरोध जताया।