ट्रैफिक पुलिस को नजर नहीं आता
सिटी में कई ऐसे प्वाइंट्स हैं जहां पर ट्रैफिक पुलिस की आंख के सामने ही हैवी व्हीकल्स को रोड पर पार्क किया जा रहा है। मानगो हाथी-घोड़ा मंदिर चौक, डीसी ऑफिस रोड, मानगो बस स्टैंड, मानगो पुल आदि पर रोड पर खड़े व्हीकल्स को वहां से हटाने या फिर फाइन वसूलने का काम नहीं किया जाता। इसके अलावा बिष्टुपुर-आदित्युपर मोड़ के पास ही जुगसलाई ट्रैफिक थाना पड़ता है। थाने के पास ही रोड पर बड़े आराम से व्हीकल्स खड़ी रहती हैं, लेकिन ट्रैफिक पुलिस को यह नजर नहीं आता है।

Rules बस नाम के
ईस्ट सिंहभूम के मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर (एमवीआई) अवधेश कुमार का कहना है कि सेंट्रल मोटर व्हीकल रूल्स-1988 में कई ऐसे रूल्स हैं, जिनका प्रॉपर इम्प्लीमेंटेशन हो, तो बढ़ते हुए एक्सीडेंट के ग्राफ को नीचे लाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि फिटनेस सर्टिफिकेट प्रोवाइड करते समय व्हीकल का पूरा इंस्पेक्शन किया जाता है। इस दौरान तो व्हीकल्स में रिफ्लेक्टर्स लगे होते हैं, लेकिन बाद में रिफ्लेक्टर्स टूट जाने पर उन्हें नहीं लगवाया जाता, जो रात में होने वाले एक्सीडेंट का एक बड़ा रीजन है। हालांकि, ट्रैफिक डीएसपी राकेश मोहन सिन्हा का कहना है कि रांग साइड और रोड साइड पार्किंग को लेकर लगातार चालान काटे जा रहे हैं। जल्द ही इसके लिए एक स्पेशल ड्राइव भी चलाया जाएगा।

रांग साइड पार्किंग को लेकर बराबर कार्रवाई की जा रही है और चालान काटे जा रहे हैं। जल्द ही इसको लेकर एक स्पेशल ड्राइव चलाया जाएगा।
-राकेश मोहन सिन्हा, ट्रैफिक डीएसपी जमशेदपुर

अगर सिटी में सेंट्रल मोटर व्हीकल रूल्स का प्रॉपर इम्प्लीमेंटेशन हो और इसे लेकर डिपार्टमेंट की ओर से सख्ती बरती जाए, तो बढ़ते हुए एक्सीडेंट के ग्राफ को नीचे लाया जा सकता है।
-अवधेश कुमार, एमवीआई, ईस्ट सिंहभूम

Report by: rajnish.tiwari@inext.co.in