-एमजीएम हॉस्पिटल के डॉक्टर पर लापरवाही और पैसे मांगने का आरोप

-साकची थाना में दर्ज हुआ मामला

JAMSHEDPUR: सोमवार की रात एमजीएम हॉस्पिटल में प्रसव के बाद कनिश फातमा नाम की महिला की मौत के मामले में हॉस्पिटल की ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनोकोलॉजी डिपार्टमेंट की एचओडी डॉ। के कुजूर पर मंगलवार को मृतका के परिजनों ने लापरवाही और पैसा मांगने का मामला साकची थाने में दर्ज कराया है। इस घटना को लेकर सोमवार की रात को परिजनों ने हॉस्पिटल में जमकर हंगामा और तोड़फोड़ की थी। मंगलवार को भी परिजन काफी आक्रोशित दिखे। इसे गंभीरता से लेते हुए साकची पुलिस ने हॉस्पिटल कैंपस में काफी मात्रा में फोर्स तैनात की तैनाती की थी।

तैनात थे पुलिस के जवान

आजादनगर स्थित गुलाब बाग निवासी मृतका के पति मो। सोहेल ने कहा कि जब वह सोमवार को हॉस्पिटल पहुंचे तो डॉ। कुजूर द्वारा ऑपरेशन करने की सलाह दी। इसके लिए दस हजार की मांग की गई। लेकिन किसी तरह म्भ्00 में समझौता हुआ। इसके बाद ऑपरेशन हुआ तो जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ्य थे। लेकिन इसके बाद न तो कोई डॉक्टर देखने आएं और न ही नर्स। जिसके कारण पत्नी की मौत हो गई। मो। सोहेल ने जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि दूसरे मरीजों की जान लापरवाही और पैसा के अभाव में नहीं जाए। इस मामले को लेकर परिजनों के आक्रोश को देखते हुए मंगलवार को हॉस्पिटल में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। दोपहर करीब ख् बजे कार्रवाई के आश्वासन के बाद परिजन ने शव का पोस्टमार्टम कराया।

डॉक्टर ने आरोप को बेबुिनयाद बताया

डॉ। के कुजूर ने कहा कि पैसा लेने का आरोप बेबुनियाद है। मरीज की स्थिति काफी गंभीर थी। इसकी जानकारी पहले ही परिजन को दी गई थी। उसके पेट में पहले से ही ट्यूमर था। इसके कारण ऑपरेशन करना जटिल था। उन्होंने यह भी कहा कि वह सोमवार को हॉस्पिटल से शाम करीब पौंच बजे वापस घर लौटी थी।

हॉस्पिटल में फ्री हैं सभी सेवाएं

एमजीएम हॉस्पिटल के सुपरिंटेंडेंट डॉ। आरवाई चौधरी ने कहा कि हॉस्पिटल में सभी तरह की सुविधा नि:शुल्क हैं। रेडियोलॉजी विभाग में कुछ राशि पहले से ही निर्धारित की गई है, बाकि सभी विभागों में नि:शुल्क ही ट्रीटमेंट किया जाता है। अगर हॉस्पिटल कैंपस में इलाज व जांच के नाम पर चिकित्सक या कर्मचारी पैसा मांगते है तो इसकी शिकायत तत्काल करे। ताकि आरोपियों पर उचित कार्रवाई हो सके। उन्होंने डॉक्टर्स को बाहर की दवा न लिखने का भी सख्त निर्देश दिया।

हॉस्पिटल में सभी तरह की सुविधा नि:शुल्क हैं। रेडियोलॉजी विभाग में कुछ राशि पहले से ही निर्धारित की गई है, बाकि सभी डिपार्टमेंट्स में फ्री ट्रीटमेंट किया जाता है। अगर हॉस्पिटल कैंपस में इलाज व जांच के नाम पर चिकित्सक या कर्मचारी पैसा मांगते है तो इसकी शिकायत तत्काल करे। ताकि आरोपियों पर उचित कार्रवाई हो सके।

डॉ। आरवाई चौधरी, सुपरिंटेंडेंट, एमजीएम हॉस्पिटल

पैसा लेने का झूठा आरोप लगाया जा रहा है। मरीज की स्थिति काफी गंभीर थी। इसकी जानकारी पहले ही परिजन को दी गई थी। उसके पेट में पहले से ही ट्यूमर था। इसके कारण ऑपरेशन करना जटिल था। सोमवार को हॉस्पिटल से शाम करीब पांच बजे घर लौटी थी।

डॉ। के कुजूर, एचओडी, ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनोकोलॉजी डिपार्टमेंट, एमजीएम