-लक्ष्मी महिला समिति ने किया महिला पुलिस पर पथराव

-एमजीएम सुपरिंटेंडेंट को पुलिस की मदद से निकाला गया सुरक्षित

JAMSHEDPUR(18Nov) : महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (एमजीएम) में बुधवार को नवजात को ले जाने को लेकर जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान महिलाओं ने शिशु वार्ड में तोड़-फोड़ करने की कोशिश की। महिलाओं ने शिशु वार्ड के एनआईसीयू एवं पीआईसीयू में जमकर उत्पात मचाया। मौके पर साकची पुलिस ने पहुंचकर मामले को शांत कराया। आदित्यपुर स्थित शिवनरायणपुर निवासी बबलू सोरेन को चार-पांच दिन पहले झाड़ी में नवजात मिला था। इसके बाद उसने नवजात को एमजीएम हॉस्पिटल में भर्ती कराया। फिलहाल वहां उसका इलाज चल रहा है। वह उस बच्चे का अपनाना चाहता है।

लक्ष्मी महिला समिति ने किया सुपरिंटेंडेंट का

सूरज सोरेन के पक्ष में बुधवार को सरायकेला स्थित लक्ष्मी महिला समिति की करीब फ्भ्-ब्0 सदस्य हॉस्पिटल पहुंची। सबसे पहले वह सुपरिंटेंडेंट से मिली सुपरिंटेंडेंट डॉ। आरवाई चौधरी ने कानूनी प्रक्रिया के तहत नवजात को देने की बात कही। इसपर वह भड़क उठी और सुपरिंटेंडेंट के साथ नोक-झोक करने लगी। किसी तरह सुपरिंटेंडेंट को सुरक्षित स्थान ले जाया गया। बीच बचाव करने आयी महिला पुलिस को भी समिति के सदस्यों ने नहीं बख्शा। एक महिला पुलिस कर्मी पर हमला करने के लिए सदस्यों ने ईंट उठा ली। इसके बाद प्रशासनिक भवन के गेट खोलकर अंदर तक चले गयी। इसके बाद भारी संख्या में महिला पुलिस बल को भी बुलाया गया।

नवजात का इलाज कराएगा हॉस्पिटल प्रबंधक

जमशेदपुर सीडीपीओ संध्या रानी ने हॉस्पिटल पहुंचकर महिलाओं को नियम-कानून से अवगत कराया, लेकिन महिला समिति मानने को तैयार नहीं थी। इस दौरान करीब तीन घंटे तक हो-हंगामा चलते रहा। बाद में सरायकेला बाल कल्याण समिति के सदस्य भी पहुंचे और एमजीएम सुपरिंटेंडेंट को इलाज करने की बात कही। स्थिति में सुधार होने के बाग शिशु गृह भेजा जाएगा। महिला समिति को यह भी आश्वासन दिया गया कि अगर नवजात को लेने के लिए उनके माता-पिता नहीं पहुचे तो उन्हें ही नवजात को सौंपा जाएगा।